The Tiny Teacher Summary In English
The story of an ant’s life is too remarkable to be true. An ant is the smallest and the wisest creature that we have seen.
Ants have comfortable homes. Each home has hundreds of little rooms and passages. In some of these rooms the queen ant lays eggs. Others are nurseries for the young ants. Workers have their reserved quarters. Some rooms serve as storehouses for food. Soldiers have separate barracks. Ants in a house never quarrel with each other.
Each ant does its share of work intelligently and bravely. So the ants lead a very peaceful life. We know so many other facts about ant’s life. People have kept ants as pets. They have watched their daily behaviour closely. An ant uses its feelers or antennae to talk to or to greet other ants. There are many kinds of ants. The commonest among them are the black or red ones.
The queen ant is the mother of the entire population of ants of a colony. It has a pair of wings. After its wedding flight, it gets rid of its wings. After that it does nothing but lay eggs. Eggs hatch and grubs come out. Grubs take two or three weeks to become cocoons. Cocoons take three more weeks to become perfect ants. Thus it takes five or six weeks for a grub to become a complete an
When the eggs become grubs, soldiers guard them. Worker ants carry the grubs about for airing, exercise and sunshine. New ants are trained for the jobs of workers like soldiers, builders, cleaners etc. After a few weeks’ training, the small ants are ready to go out for work.
Creatures other than the ants also live in the anthill. These are beetles, lesser breed of ants and the greenfly. Some of them give smell pleasant to the ants; others give various juices, and some are just pets or playthings. The ants train greenfly to give honeydew. They milk it just as we milk the cow.
Man can learn many things from the ant, the “tiny teacher”. Hard work, sense of duty, discipline, cleanliness and care for the young ones are some of them. Above all an ant has firm loyalty to the land where it lives. Hard work is easy to see as each ant does its duty most regularly. Sense of duty and discipline are the most important qualities of an ant’s life. That is why, the ants of a colony are never seen to fight each other. All ants together take care of the young ones. Queen ant lays the eggs and soldiers guard the grubs. Workers feed and clean them. They also carry them about for airing, exercise and sunshine. New ants are taught by the old ones.
The Tiny Teacher Summary In Hindi
चींटी के जीवन की कहानी ऐसी अद्भुत है कि उस पर विश्वास करना कठिन है। जितने प्राणियों को हम जानते हैं। उनमें चौंटी सबसे छोटी और सबसे बुद्धिमान है।
चींटियों के घर आरामदेह होते हैं। हर घर में सैकड़ों रहने के छोटे कमरे और रास्ते होते हैं। इनमें से कुछ कमरों में रानी चींटी अंडे देती है। अन्य कमरे बच्चा चींटियों की नर्सरी हैं। कर्मियों के कमरे रिजर्व होते हैं। कुछ कमरों में भोजन भंडार होते हैं। सैनिकों की बैरकें अलग होती हैं। एक घर के अंदर रहने वाली चींटियाँ कभी आपस में नहीं लड़ती हैं।
हर चींटी अपने हिस्से का काम चतुराई और बहादुरी से करती है। इस प्रकार चींटियों का जीवन बड़ा शांतिपूर्ण होता है। हम चींटियों के जीवन के बारे में अन्य बहुत-सी बातें जानते हैं। लोगों ने चींटियों को पाला है। उन्होंने उनके दिन-प्रतिदिन के व्यवहार को निकट से देखा है। चींटी अपने ‘फीलर्स’ या ‘ऐंटीना’ का दूसरी चीटियों से बात करने या अभिवादन करने के लिए प्रयोग करती है। चींटियाँ कई प्रकार की होती हैं। उनमें सबसे साधारण (चींटियाँ), काली या लाल चींटियाँ हैं।
रानी चींटी कालोनी की सारी चींटियों की माता होती है। इसके पंखों की जोड़ी है। शादी की उड़ान के बाद यह अपने पंखों को छोड़ देती है। इसके बाद यह अंडे देने के अतिरिक्त कुछ नहीं करती है। अंडे देने पर ग्रब निकलते हैं। ग्रब को ककून बनने में दो या तीन सप्ताह लग जाते हैं। पूर्ण चींटी बनने में ककून को तीन सप्ताह और लग जाते हैं। इस प्रकार ग्रब को पूर्ण चींटी बनने में पाँच या छ: सप्ताह लग जाते हैं।
अंडे जब ग्रब बनते हैं तो सैनिक उनकी रक्षा करते हैं। कर्मी चींटियाँ ग्रब को हवा देने, कसरत कराने और धूप खिलाने ले जाती हैं। नई चींटियों को, सैनिक, भवन निर्माता, सफाई कर्मचारी आदि के काम सिखाए जाते हैं। कुछ सप्ताह के प्रशिक्षण के बाद नई चींटियाँ बाहर जाकर काम करने लायक हो जाती हैं।
चींटियों की बाँबी में चींटियों के अतिरिक्त कुछ अन्य प्राणी भी रहते हैं। ये भूग, चींटियों की निम्नतर नसलें और माहूँ हैं। इनमें से कुछ चींटियों की मनपसंद गंध छोड़ते हैं ; दूसरे तरह-तरह के रस देते हैं और कुछ केवल मात्र खिलौने होते हैं। माहूँ को चींटियाँ मधुरस देने के लिए प्रशिक्षित करती हैं। वे उसे इसी तरह दुहती हैं जैसे हम गाय दुहते हैं।
मनुष्य इस ‘नन्हे अध्यापक’ चींटी से बहुत-सी बातें सीख सकता है। इनमें से कुछ कठोर मेहनत, कर्तव्यनिष्ठा, अनुशासन, सफाई और बच्चों की देख-रेख हैं। सबसे ऊपर उस धरती के प्रति चींटी की दृढ़ वफादारी है जहाँ वह रहती है। कठोर मेहनत को देखना बड़ा आसान है क्योंकि हर चींटी अपना काम बड़े नियमित रूप से करती है। अनुशासन और कर्तव्यनिष्ठा चींटी के जीवन के सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण गुण हैं। यही कारण है कि एक कालोनी में रहने वाली चींटियाँ कभी आपस में लड़ती नहीं हैं। सारी चीटियाँ मिल-जुल कर बच्चों की देखभाल करती हैं। रानी चींटी अंडे देती है और सैनिक ग्रब की देखभाल करते हैं। कर्मी उन्हें भोजन देते हैं और साफ करते हैं। वे उन्हें हवा देने, कसरत करने और धूप खिलाने भी ले जाते हैं। पुरानी चींटियाँ नई चींटियों को शिक्षित करती हैं।