The Last Leaf Summary In English
Sue and Johnsy, two young artists
Sue and Johnsy were two young artists. They lived together in a small flat. It was situated on the third storey of an old house.
Johnsy caught pneumonia
Johnsy fell seriously ill in November. She had pneumonia. Sue was worried. She sent for the doctor. But the doctor told Sue that Johnsy had lost the will to live. Medicines will not help her.
Sue comforted her
Sue tried her best to make Johnsy to take interest in things around her. She talked about clothes and fashions. Sue brought her drawing-board into Johnsy’s room and started painting. She also whistled while painting.
Johnsy’s strange fancy
Johnsy looked at an ivy creeper outside on the wall. It was shedding its leaves because it was autumn. Johnsy was counting backwards from twelve onwards. Sue asked what it was all about. Johnsy told her that she would die with the falling of the last leaf. It would happen in three days. Sue called it nonsense. She also told her that she would be all right soon. But it had no effect on Johnsy.
Sue met Behrman
Behrman was an old painter. He lived on the ground floor. He was sixty-years old. He had a dream that one day he would paint a masterpiece. But he had no success so far. Sue told Behrman about Johnsy’s strange fancy. Both he and Sue went to Johnsy’s room. Johnsy was sleeping. They saw that the ivy creeper had only one leaf left on it. It was raining. It seemed that the last leaf would fall any time.
Johnsy saw the last leaf
Johnsy awoke from her sleep. She looked out of the window. She looked at the last leaf. She asked Sue to look at it. It was green and healthy. Johnsy looked at the leaf every hour. But it didn’t fall even in the stormy evening. This revived a will to live in Johnsy.
Johnsy accused herself
Johnsy accused herself. She called Sue. She admitted before her that she had been a bad girl. She told Sue that she was very wicked. The last leaf had shown her that. Now she felt that it was a sin to want to die. She then asked for a mirror. She had lots of hot soup also.
Sue told Johnsy of Behrman
Next morning Sue told Johnsy about Behrman. Behrman was ill for only two days. The guard found him on his bed. His clothes and shoes were wet. He was shivering in the stormy night. Hfe had painted the last leaf on the wall in that night. He had caught pneumonia and died. Sue asked her if she hadn’t wondered why the leaf had not fluttered. She told her that the last leaf was Behrman’s masterpiece. He painted it the night the last leaf fell.
The Last Leaf Summary In Hindi
स्यु और जॉन्सी – दो युग कलाकार
स्यु और जॉन्सी दो युवा चित्रकार थीं। वे एक छोटे फ्लैट में इकट्ठी रहती थीं। यह एक पुराने घर की तीसरी मन्जिल पर स्थित था।
जॉन्सी न्युमोनिया से पीड़ित
जॉन्सी नवम्बर में सख्त बीमार हो गयी। उसे न्युमोनिया हो गया था। स्यु को चिन्ता हो गयी। उसने डॉक्टर को बुलाया। परन्तु डॉक्टर ने स्यु को बताया कि जॉन्स ने जीने की इच्छा खो दी है। दवाइयाँ उसकी सहायता नहीं करेंगी।
स्यु ने उसे आराम दिया
स्यु ने जॉन्सी को उसके चारों तरफ चीजों में रुचि दिलाने के लिए कोशिश की। उसने कपड़ों और फैशन के बारे में बातें की। स्यु अपना ड्राइंग बोर्ड जॉन्सी के कमरे में ले आई और चित्रकारी आरम्भ कर दी। चित्रकारी करते समय उसने सीटी भी बजायी।
जॉन्सी की विचित्र कल्पना
जॉन्सी ने दीवार पर बाहर आइवी बेल देखी। इसके पत्ते गिर रहे थे क्योंकि पतझड़ का मौसम था। जॉन्सी बारह से लेकर उल्टी गिनती कर रही थी। स्यु ने उससे पूछा यह सब किस बारे में था। जॉन्सी ने उसे बताया कि आखिरी पत्ता गिरने के साथ वह मर जायेगी। ऐसा तीन दिन में होगा। स्यु ने इसे बकवास कहा। उसने उसे यह भी बताया कि वह शीघ्र ही ठीक हो जायेगी। परन्तु इसका जॉन्सी पर कोई प्रभाव नहीं हुआ।
स्यु की बैरमैन से मुलाकात
बैरमैन एक बूढा चित्रकार था। वह पहले तल पर रहता था। वह साठ वर्ष का था। वह स्वप्न ले रहा था कि एक दिन वह अपनी सर्वश्रेष्ठ कलाकृति : की चित्रकारी करेगा। परन्तु अब तक उसे सफलता नहीं मिली थी। स्यु ने बैरमैन को जॉन्सी की अद्भुत कल्पना के बारे में बताया। वह और स्यु दोनों जॉन्सी के कमरे में गये। जॉन्सी सो रही थी। उन्होंने देखा कि आइवी बेल पर सिर्फ एक ही पत्ता बचा था। वर्षा हो रही थी। लगता था कि अन्तिम पत्ता किसी भी पल गिर जायेगा।
जॉन्सी ने अन्तिम पत्ता देखा
जॉन्सी अपनी नींद से जागी। उसने खिड़की से बाहर देखा। उसने अन्तिम पत्ते पर देखा। उसने स्यु को इसे देखने के लिए कहा। यह हरा और स्वास्थ्यपूर्ण था। जॉन्सी इस पत्ते पर हरेक घण्टे देखती रही। परन्तु यह तूफानी शाम को भी नहीं गिरा। इसने जॉन्सी के अन्दर जीने की इच्छा पुनर्जीवित कर दी।
जॉन्सी ने स्वयं को कोसा
जॉन्सी ने स्वयं को कोसा। उसने स्यु को बुलाया। उसने उसके सामने स्वीकार किया कि वह एक बुरी लड़की है। उसने स्यु को बताया कि वह बहुत दुष्ट है। अन्तिम पत्ते ने उसे यह दिखा दिया था। अब उसे अनुभव हो रहा था कि मरने की इच्छा करना पाप है। तब उसने एक शीशे के लिए कहा। उसने काफी गर्म सूप भी ली।
स्यु ने जॉन्सी को बैरमैन के बारे में बताया
अगली सुबह स्यु ने जॉन्सी को बैरमैन के बारे में बताया। बैरमैन सिर्फ दो दिन से बीमार था। दरबान ने उसे उसके बिस्तर पर पाया। उसके कपड़े और जूते गीले थे। वह तूफानी रात में ठण्ड से काँप रहा था। उसने उस रात में दीवार पर आखिरी पत्ते की चित्रकारी की थी। उसे न्युमोनिया हो गया था और वह मर गया। स्यु ने उसे पूछा कि उसे आश्चर्य नहीं था कि पत्ता फड़फड़ाया भी नहीं था। उसने उसे बताया कि वह आखिरी पत्ता बैरमैन की सर्वश्रेष्ठ कलाकृति थी। उसने इसे उस रात चित्रित किया जिस रात अन्तिम पत्ता गिर गया।