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CBSE Sample Papers for Class 10 Hindi A Set 5 with Solutions
समय: 3 घंटे
पूर्णाक: 80
सामान्य निर्देशः
- इस प्रश्न-पत्र में दो खंड हैं-खंड ‘क’ और खंड ‘ख’। खंड-‘क’ में वस्तुपरक / बहुविकल्पी और खंड-‘ख’ में वस्तुनिष्ठ/ वर्णनात्मक प्रश्न दिए गए हैं।
- प्रश्नपत्र के दोनों खंडों में प्रश्नों की संख्या 17 है और सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
- यथासंभव सभी प्रश्नों के उत्तर क्रमानुसार लिखिए।
- खंड ‘क’ में कुल 10 प्रश्न हैं, जिनमें उपप्रश्नों की संख्या 49 है। दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए 40 उपप्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
- खंड ‘ख’ में कुल 7 प्रश्न हैं, सभी प्रश्नों के साथ उनके विकल्प भी दिए गए हैं। निर्देशानुसार विकल्प का ध्यान रखते हुए सभी प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
खण्ड – ‘अ’
(बहुविकल्पी / वस्तुपरक प्रश्न)
1. निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पी प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए-
शिक्षा दिशाविहीन युवा पीढ़ी को अपने लक्ष्य का बोध कराती है । परन्तु शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं रहनी चाहिए, अपितु नैतिक मूल्य उससे भी ऊपर होने चाहिए। आजकल शिक्षा केवल प्रतिद्वंद्विता बढ़ा रही है। आगे बढ़ने के लिए लोग अपने नैतिक सिद्धांत भूलकर कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं। ऐसी शिक्षा का भी क्या फायदा, यदि उसे पाकर भी युवा वर्ग बेकारी की भट्टी में झुलस रहा हो ? ऐसे में न तो खुद का भला किया जा पाएगा, न ही राष्ट्र का । ऐसी स्थिति में असंतोष हृदय में जड़ें जमाने लगता है जिससे आत्महत्या तक के दुखद परिणाम देखने को मिलते हैं। महर्षि अरविंद ने कहा था- ” यदि तुम्हें अध्ययन करना है तो मातृभूमि के लिए अध्ययन करो, अपनी देह, मन और आत्मा को उसकी सेवा के योग्य बनाओ, अपनी आजीविका कमाओ इस भावना से कि तुम देश के लिए अपनी शिक्षा का इस्तेमाल कर सको और उसे आगे बढ़ा पाओ ।”
आजकल तो शिक्षा का गलत फायदा उठाया जा रहा है। ऐसा कुछ भी हो जाए जो विद्यार्थियों की सहूलियत के विरुद्ध हो तो समूह के समूह विद्रोहाभास में आक्रोश फैला देते हैं। युवा पीढ़ी में सांस्कृतिक संस्कारों का अभाव है जिनके कारण वे दूसरों को अपने से अलग समझकर उन पर भड़कने लगते हैं, दंगा-फसाद करने लगते हैं।
(1) ‘आजकल की शिक्षा का उचित उपयोग नहीं हो पा रहा है’ – इस कथन को पुष्टि देने योग्य विकल्प का चयन कीजिए-
कथन
(i) नैतिक मूल्यों की भरमार तथा युवापीढ़ी को उचित दिशादर्शन
(ii) युवापीढ़ी को रोजगार के अवसर तथा मानसिक संतोष
(iii) युवापीढ़ी में सांस्कृतिक संस्कारों का अभाव, दंगा-फसाद तथा अनैतिक रास्तों का चयन
(iv) मातृभूमि के लिए अध्ययन करने का जोश तथा देश की सेवा के लिए शिक्षा का इस्तेमाल
विकल्प
(क) कथन (ii) व (iii) सही हैं।
(ख) कथन (iii) सही है ।
(ग) कथन (i) व (iv) सही हैं।
(घ) कथन (ii) सही है।
उत्तरः
(ख) कथन (iii) सही है।
(2) आजकल शिक्षा क्या कर रही है?
(क) विद्यार्थियों को आगे बढ़ने का मार्ग दिखा रही है।
(ख) केवल प्रतिद्वंद्विता बढ़ा रही है ।
(ग) नैतिक मूल्यों का ज्ञान करा रही है।
(घ) देश का विकास कर रही है।
उत्तरः
(ख) केवल प्रतिद्वंद्विता बढ़ा रही है ।
(3) आगे बढ़ने के लिए लोग क्या कर रहे हैं?
(क) बहुत परिश्रम कर रहे हैं।
(ख) दूसरे लोगों को पीछे छोड़ रहे हैं।
(ग) नैतिक सिद्धांत भूलकर कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं।
(घ) ईमानदारी से कार्य कर रहे हैं।
उत्तर :
(ग) नैतिक सिद्धांत भूलकर कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं ।
(4) युवा पीढ़ी दंगे-फसाद क्यों करने लगती है ?
(क) युवा पीढ़ी में अत्यधिक ऊर्जा होती है।
(ख) लोगों के बहकावे में आकर ।
(ग) अपने अधिकारों की रक्षा के लिए।
(घ) सांस्कृतिक संस्कारों का अभाव होने के कारण।
उत्तर:
(घ) सांस्कृतिक संस्कारों का अभाव होने के कारण ।
(5) कथन (A) और कारण (R) को पढ़कर उपयुक्त विकल्प चुनिए-
कथन (A) : आज की शिक्षा मुकाबले और प्रतियोगिता की शिक्षा बन रही है।
कारण (R) : आज की स्थिति में शिक्षा पाकर भी युवक बेकार हैं।
(क) कथन (A) गलत है, किंतु कारण (R) सही है ।
(ख) कथन (A) और कारण (R) दोनों ही गलत हैं।
(ग) कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है।
(घ) कथन (A) सही है, किंतु कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या नहीं है।
उत्तरः
(ग) कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है।
2. निम्नलिखित दो पद्यांशों में से किसी एक पर आधारित बहुविकल्पी प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए-
लक्ष्य तक पहुँचे बिना, पथ में पथिक विश्राम कैसा ।
हार बैठे जो डगर में पथिक उसका नाम कैसा ॥
लक्ष्य है अति दूर दुर्गम मार्ग भी हम जानते हैं ।
किंतु पथ के कंटकों को हम सुमन ही मानते हैं;
जब प्रगति का नाम जीवन, यह अकाल विराम कैसा ॥
धनुष से जो छूटता है बाण कब मग में ठहरता
देखते ही देखते वह लक्ष्य का ही वेध करता
लक्ष्य प्रेरित बाण हैं हम, ठहरने का काम कैसा ॥
बस वही है पथिक जो पथ पर निरंतर अग्रसर हो,
हो सदा गतिशील जिसका लक्ष्य प्रतिक्षण निकटतर हो ।
बाल रवि की स्वर्ण किरणें निमिष में भू पर पहुँचतीं,
कालिमा का नाश
करतीं, ज्योति जगमग जगत धरती
ज्योति के हम पुंज फिर हमको अमा से भीति कैसा ॥
आज जो अति ही निकट है देख लो वह लक्ष्य अपना,
पग बढ़ाते ही चलो बस शीघ्र हो सत्य सपना ।
धर्म-पथ के पथिक को फिर देव दक्षिण वाम कैसा ॥
(1) इस कविता के माध्यम से दिए गए संदेश के कथनों को पढ़कर सबसे सही विकल्प चुनिए-
कथन
(i) सूरज की किरणों की तरह निमिष में अपना लक्ष्य पाना चाहिए।
(ii) राह में आने वाली बाधाओं तथा प्रलोभनों से प्रलोषित नहीं होना चाहिए ।
(iii) लक्ष्य को पाने के लिए अमावस से न डरकर पूर्णिमा से प्रेरित होना चाहिए।
(iv) राह में रुक कर लक्ष्य की ओर निरंतर बढ़ते रहना चाहिए ।
विकल्प
(क) कथन (i) व (ii) सही हैं।
(ख) कथन (iii) व (iv) सही हैं।
(ग) कथन (ii) व (iii) सही हैं।
(घ) कथन (ii) व (iv) सही हैं।
उत्तर:
(घ) कथन (ii) व (iv) सही हैं।
(2) पथ के कंटक को सुमन मानने से आशय है-
(क) रास्ते में बहुत से काँटों का मिलना
(ख) रास्ते में बहुत से फूलों का मिलना
(ग) काँटों को देखकर फूलों का भ्रम होना
(घ) रास्ते में आने वाली बाधाओं को बड़ी सुगमता से पार करना
उत्तर :
(घ) रास्ते में आने वाली बाधाओं को बड़ी सुगमता से पार करना
(3) सच्चा पथिक कौन नहीं है?
(क) जो निरंतर अग्रसर हो
(ख) जो निरंतर गतिशील हो
(ग) जिसका लक्ष्य प्रतिक्षण निकटतर हो
(घ) जो मार्ग में थककर बैठ जाए
उत्तरः
(घ) जो मार्ग में थककर बैठ जाए
(4) ‘ज्योतिपुंज’ कहा गया है-
(क) मनुष्य जाति को
(ख) सूर्य की किरणों को
(ग) धरती को
(घ) जगत को
उत्तरः
(क) मनुष्य जाति को
अथवा
सनसनाती साँझ सूनी
वायु का कंठला खनकता
की खंजड़ी पर
झाँझ-सा बीहड़ झनकता ।
बीच सूने में
बनैले ताल का फैला अतल जल
थे कभी आए यहाँ पर
छोड़ दमयंती दुखी नल
भूख व्याकुल ताल से ले
मछलियाँ थीं जो पकाईं
शाप के कारण जली ही
वे उछल जल में समाईं
है तभी से साँवली
सुनसान जंगल की किनारी ।
हैं तभी से ताल की
सब मछलियाँ मनहूस काली ।
हल कि जिसकी नोक से
बेजान मिट्टी झूम उठती
सभ्यता का चाँद खिलता
जंगलों की रात मिटती ॥
रंग मिट्टी का बदलता
नीर का सब पाप धुलता
हरे होते पीत ऊसर
स्वस्थ हो जाती मनुजता
लाल पत्थर, लाल मिट्टी
लाल कंकड़, लाल बजरी
फिर खिलेंगे झाक के वन
फिर उठेगी फाग कजरी ।
(1) बंजर जमीन के उपजाऊ होने की वजह –
कथन पढ़कर सही विकल्प का चयन कीजिए-
कथन
(i) साँवली साँझ का सुनसान जंगल के किनारे आना
(ii) हल के नोक से खेत को जोतना
(iii) जंगलों की रात का मिटना
(iv) सभ्यता के चाँद का खिलना
विकल्प
(क) कथन (i) व (iii) सही हैं।
(ख) कथन (iv) सही है।
(ग) कथन (ii) सही है।
(घ) कथन (i) व (iii) सही हैं।
उत्तर :
(ग) कथन (ii) सही है।
(2) ‘झांझ-सा बीहड़ झनकता’ का आशय है-
(क) बीहड़ में संगीत बज रहा है
(ख) झींगुर की आवाज के मधुर संगीत से वन गूँज रहा है
उत्तरः
(ख) झींगुर की आवाज के मधुर संगीत सेवन गूँज रहा है
(3) किस कारण जली हुई मछलियाँ भी वापस जल में समा गई ?
(क) नल को मिले श्राप के कारण
(ख) राजा नल के दुःखी होने के कारण
(ग) वन में ‘झांझ’ नामक बाद्य यंत्र बज रहा है
(घ) इनमें से कोई नहीं
(ग) (क) व (ख) दोनों
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(क) नल को मिले श्राप के कारण
(4) इस कविता में किसे लाल रंग का बताया गया है?
(क) पत्थर तथा मिट्टी को
(ख) कंकड़-बजरी को
(ग) झाक के वन के फूलों को
(घ) (क) व (ख) दोनों
उत्तरः (घ) (क) व (ख) दोनों
(5) कथन (A) और कारण (R) को पढ़कर उपयुक्त विकल्प चुनिए-
कथन (A) : नल राजा का मछलियों को ताल से निकालकर पकाना
कारण (R) : सुनसान जंगल की किनारी साँवली बनना
विकल्प
(क) कथन (A) गलत है, किंतु कारण (R) सही है ।
(ख) कथन (A) और कारण (R) दोनों ही गलत हैं
(ग) कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है।
(घ) कथन (A) सही है, किंतु कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या नहीं है।
उत्तर :
(ग) कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है।
3. निर्देशानुसार ‘ रचना के आधार पर वाक्य भेद’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पी प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(1) वर्षा रुकते ही बादल छंट गए – संयुक्त वाक्य में बदलिए-
(क) जैसे ही वर्षा रुकी, वैसे ही बादल छँट गए।
(ख) जब वर्षा रुकी तब बादल छँट गए।
(ग) वर्षा रुकी और बादल छँट गए ।
(घ) वर्षा रुकने पर बादल छँट गए।
उत्तर :
(ग) वर्षा रुकी और बादल छँट गए ।
(2) परिश्रम करने वाले सदैव सफल होते हैं- सही विकल्प बताइए –
(क) सरल वाक्य
(ख) संयुक्त वाक्य
(ग) मिश्र वाक्य
(घ) विधानवाचक वाक्य
उत्तर :
(क) सरल वाक्य
(3) शिक्षक के सामने छात्र शांत रहते हैं-मिश्र वाक्य में रूप होगा-
(क) जब शिक्षक सामने होते हैं, तब छात्र शांत रहते हैं ।
(ख) शिक्षक सामने होते हैं और छात्र शांत रहते हैं ।
(ग) शिक्षक आते हैं और छात्र शांत हो जाते हैं ।
(घ) शिक्षक के आते ही छात्र शांत हो जाते हैं ।
उत्तर :
(क) जब शिक्षक सामने होते हैं, तब छात्र शांत रहते हैं ।
(4) निम्नलिखित वाक्यों में मिश्र वाक्य पहचानकर नीचे दिए गए सबसे सही विकल्प को चुनिए-
(i) कैसे कहते हो कि विवान नाराज़ नहीं होगा
(ii) तुमने गलत काम किया है इसीलिए तुम सजा के हकदार हो
(iii) जब रोहन घर पहुँचा, तब उसे याद आया कि वह अपनी किताबें गाड़ी में ही भूल आया
(iv) जब तक विध्वंस नहीं होता, तब तक नव-निर्माण नहीं होता
विकल्प
(क) कथन (i) व (iv) सही हैं।
(ख) कथन (ii) व (iv) सही हैं।
(ग) कथन (i), (iii) व (iv) सही हैं।
(घ) कथन (iii) व (iv) सही हैं।
उत्तरः
(ग) कथन (i), (iii) व (iv) सही हैं।
(5) कॉलम 1 को कॉलम 2 के साथ सुमेलित कीजिए और सही विकल्प चुनकर लिखिए-
कॉलम 1 | कॉलम 2 |
(1) आप भीतर आइये और इत्मीनान से बैठ जाइये | (i) मिश्र वाक्य |
(2) जिस मनुष्य में दया नहीं, वह जानवर के समान है | (ii) सरल वाक्य |
(3) जापान में चाय पीने की विधि को ‘चा-नो-यू’ कहते हैं | (iii) संयुक्त वाक्य |
विकल्प
(क) 1-iii, 2-1, 3-ii
(ख) 1-ii, 2-1, 3-iii
(ग) 1-iii, 2-ii, 3-i
(घ) 1-1, 2-iii, 3-ii
उत्तर :
(क) 1-iii, 2-1, 3-ii
4. निर्देशानुसार ‘ वाच्य’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पी प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(1) कॉलम 1 को कॉलम 2 के साथ सुमेलित कीजिए और सही विकल्प चुनकर लिखिए-
कॉलम 1 | कॉलम 2 |
(1) माँ से अब भारी काम नहीं किया जाता | (i) कर्तृवाच्य |
(2) निशि द्वारा संदेश भेजा गया | (ii) भाव वाच्य |
(3) भारत शांतिप्रिय देश है | (iii) कर्म वाच्य |
(क) 1-ii, 2-1, 3-iii
(ख) 1-iii, 2-ii, 3-i
(ग) 1-ii, 2-iii, 3-i
(घ) 1-1, 2-ii, 3-iii
उत्तर:
(ग) 1-ii, 2-iii, 3-i
(2) कृष्णा सितार बजाती है – कर्मवाच्य में बदलिए-
(क) कृष्णा के द्वारा सितार बजाया जाता है।
(ख) कृष्णा से सितार बजता है ।
(ग) सितार कृष्णा से बजाया जाता है।
(घ) कृष्णा ने सितार बजाया ।
उत्तर :
(क) कृष्णा के द्वारा सितार बजाया जाता है।
(3) सुनीता विलियम्स द्वारा उद्घाटन किया गया – कर्तृवाच्य में बदलिए-
(क) सुनीता विलियम्स से उद्घाटन हुआ।
(ख) सुनीता विलियम्स उद्घाटन करती है।
(ग) सुनीता विलियम्स ने उद्घाटन किया ।
(घ) सुनीता विलियम्स उद्घाटन करेगी।
उत्तर :
(ग) सुनीता विलियम्स ने उद्घाटन किया।
(4) दर्द के कारण वह चल नहीं सकती – भाववाच्य में बदलिए-
(क) उसके बहुत दर्द है, इसलिए वह चल नहीं सकती ।
(ख) वह चल नहीं सकती, क्योंकि उसके बहुत दर्द है ।
(ग) दर्द के कारण उससे चला नहीं जा रहा है ।
(घ) दर्द के कारण उससे चला नहीं जाता।
उत्तरः
(ग) दर्द के कारण उससे चला नहीं जा रहा है।
(5) ‘वह क्या खा रहा है ?’ – रचना के आधार पर वाक्य का उचित भेद बताइए-
(क) कर्तृवाच्य
(ख) कर्मवाच्य
(ग) भाववाच्य
(घ) प्रश्नवाचक वाक्य
उत्तरः
(क) कर्तृवाच्य
5. निर्देशानुसार ‘पद परिचय’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पी प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(1) लता मंगेशकर सुरीली आवाज की नायिका थी । रेखांकित अंश का पद- परिचय होगा-
(क) व्यक्तिवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन, कर्मकारक
(ख) भाववाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, बहुवचन, कर्ताकारक
(ग) जातिवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन, कर्ताकारक
(घ) व्यक्तिवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन, , कर्ताकारक
उत्तर :
(घ) व्यक्तिवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन, कर्ताकारक
(2) हमारा देश प्रगति के मार्ग पर बढ़ रहा है। रेखांकित अंश का पद-परिचय होगा-
(क) सकर्मक क्रिया, एकवचन, पुल्लिंग, पूर्ण वर्तमान काल
(ख) अकर्मक क्रिया, एकवचन, पुल्लिंग, अपूर्ण वर्तमानकाल
(ग) अकर्मक क्रिया, बहुवचन, पुल्लिंग, अपूर्ण वर्तमानकाल
(घ) सकर्मक क्रिया, एकवचन, स्त्रीलिंग, पूर्ण वर्तमानकाल
उत्तर :
(ख) अकर्मक क्रिया, एकवचन, पुल्लिंग, अपूर्ण वर्तमानकाल
(3) यूँ ही कोई प्रधानमंत्री को नहीं मिल सकता। रेखांकित अंश का पद-परिचय होगा ।
(क) अनिश्चयवाचक सर्वनाम, पुल्लिंग, एकवचन
(ख) निश्चयवाचक सर्वनाम, पुल्लिंग, एकवचन
(ग) अनिश्चयवाचक सर्वनाम, स्त्रीलिंग, एकवचन
(घ) अनिश्चयवाचक सर्वनाम, पुल्लिंग, बहुवचन
उत्तरः
(क) अनिश्चयवाचक सर्वनाम, पुल्लिंग, एकवचन
(4) सूरज दसवीं कक्षा में पढ़ता है। रेखांकित अंश का पद – परिचय होगा-
(क) विशेषण, संख्यावाचक, आवृत्तिसूचक, स्त्रीलिंग, एकवचन, कक्षा ‘विशेष्य’
(ख) विशेषण, संख्यावाचक, आवृत्तिसूचक, पुल्लिंग, एकवचन, राकेश ‘विशेष्य’
(ग) विशेषण, निश्चयवाचक, क्रमसूचक, स्त्रीलिंग, बहुवचन, कक्ष ‘विशेष्य’
(घ) विशेषण, संख्यावाचक, क्रमसूचक, स्त्रीलिंग, एकवचन, कक्षा ‘विशेष्य’
उत्तरः
(घ) विशेषण, संख्यावाचक, क्रमसूचक, स्त्रीलिंग, एकवचन, कक्षा ‘विशेष्य’
(5) नंदू को हम कल यहीं मिले थे। रेखांकित अंश का पद-परिचय होगा-
(क) क्रिया, अकर्मक, पूर्ण भूतकाल, अनेकवचन, कर्तृवाच्य
(ख) क्रियाविशेषण, अकर्मक, पूर्ण भूतकाल, अनेकवचन, कर्तृवाच्य
(ग) क्रियाविशेषण, सकर्मक, पूर्ण भूतकाल, अनेकवचन, कर्मवाच्य
(घ) क्रिया, सकर्मक, पूर्ण भूतकाल, अनेकवचन, कर्तृवाच्य
उत्तरः
(क) क्रिया, अकर्मक, पूर्ण भूतकाल, अनेकवचन, कर्तृवाच्य
6. निर्देशानुसार ‘अलंकार’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पी प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(1) सहस किरन जो सूरज दिपई ।
देखि लिलार सोइ छपि जई ॥
(क) मानवीकरण
(ख) उपमा
(ग) उत्प्रेक्षा
(घ) अतिशयोक्ति ।
उत्तर :
(घ) अतिशयोक्ति ।
(2) प्राची का मुख तो देखो।
(क) अनुप्रास
(ख) मानवीकरण
(ग) यमक
(घ) श्लेष ।
उत्तरः
(ख) मानवीकरण
(3) किस अलंकार में उपमेय में उपमान की सम्भावना की जाती है ?
(क) उपमा
(ख) उत्प्रेक्षा
(ग) यमक
(घ) श्लेष ।
उत्तरः
(ख) उत्प्रेक्षा
(4) उपमेय का क्या अर्थ है ?
(क) जिसकी तुलना की जाए
(ख) जिससे तुलना की जाए
(ग) तुलना करने वाले शब्द
(घ) कोई नहीं
उत्तरः
(ख) जिससे तुलना की जाए
(5) “जहाँ गाँठ तहाँ रस नहीं, यह जानत सब कोई ।” में किस अलंकार का प्रयोग हुआ है ?
(क) मानवीकरण
(ख) यमक
(ग) श्लेष
(घ) प्रतीप
उत्तर :
(ग) श्लेष
7. निम्नलिखित पठित गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पी प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए-
बार-बार सोचते, क्या होगा उस कौम का, जो अपने देश की खातिर घर-गृहस्थी – जवानी – जिन्दगी सब कुछ होम देने वालों पर भी हँसती है और अपने लिए बिकने के मौके ढूँढ़ती है। दुःखी हो गए। पन्द्रह दिन बाद फिर उसी कस्बे से गुज़रे । कस्बे में घुसने से पहले ही ख्याल आया कि कस्बे की हृदय-स्थली में सुभाष की प्रतिमा अवश्य ही प्रतिष्ठापित होगी, लेकिन सुभाष की आँखों पर चश्मा नहीं होगा। “क्योंकि मास्टर बनाना भूल गया। ‘ और कैप्टन मर गया। सोचा आज वहाँ रुकेंगे नहीं, पान भी नहीं खायेंगे, मूर्ति की तरफ़ देखेंगे भी नहीं, सीधे निकल जाएँगे। ड्राइवर से कह दिया, चौराहे पर रुकना नहीं, आज बहुत काम है, पान आगे कहीं खा लेंगे।
(1) हालदार साहब दुखी थे, क्योंकि-
(क) कैप्टन मर गया था ।
(ख) सुभाष की प्रतिमा की आँखों पर चश्मा नहीं होगा ।
(ग) कुछ लोग देश की खातिर अपना सर्वस्व बलिदान कर देने वालों पर हँसते थे ।
(घ) वह बहुत व्यस्त थे ।
उत्तर :
(ग) कुछ लोग देश की खातिर अपना सर्वस्व बलिदान कर देने वालों पर हँसते थे ।
(2) अपने लिए बिकने के मौके ढूँढ़ते हैं-
(क) स्वार्थी और मतलबी लोग
(ख) देशभक्त
(ग) कस्बे में रहने वाले
(घ) देश की खातिर अपना सब कुछ होम कर देने वाले
उत्तरः
(क) स्वार्थी और मतलबी लोग
(3) हालदार साहब कितने दिन बाद फिर उसी कस्बे से गुजरे ?
(क) बीस दिन बाद
(ख) महीनों बाद
(ग) पंद्रह दिन बाद
(घ) पंद्रह वर्ष बाद
उत्तर :
(ग) पंद्रह दिन बाद
(4) हालदार साहब ने क्या सोचा था ?
(क) मास्टर चश्मा लगाना भूल गया।
(ख) कैप्टन चश्मे वाला मर गया।
(ग) कि आज वह मूर्ति की तरफ नहीं देखेंगे।
(घ) कि मूर्ति की आँखों पर चश्मा नहीं होगा ।
उत्तर :
(ग) कि आज वह मूर्ति की तरफ नहीं देखेंगे।
(5) ‘हृदयस्थली’ शब्द का अर्थ है-
(क) चौराहा
(ख) हृदय का स्थल
(ग) अत्यंत प्रिय
(घ) हृदय में रहने वाला
उत्तर :
(क) चौराहा
8. गद्य पाठों के आधार पर निम्नलिखित दो बहुविकल्पी प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए-
(1) भगत की पतोहू अपने भाई के साथ जाने को तैयार नहीं थी, क्योंकि-
(क) उसे भारतीय संस्कृति और परंपराओं का ज्ञान था ।
(ख) वह अपने ससुर के प्रति अपार श्रद्धा एवं आत्मीयता रखती थी।
(ग) वह अपने ससुर की सेवा को ही अपना धर्म समझती थी ।
(घ) उपर्युक्त सभी कारण थे ।
उत्तरः
(घ) उपर्युक्त सभी कारण थे ।
(2) मानव-जीवन पर ‘कबीर पंथ’ का क्या प्रभाव पड़ता है?
(क) कबीर पंथ मनुष्य को सांसारिक आकर्षणों से दूर रहने की प्रेरणा देता है ।
(ख) वह मानव के अंदर असत्य और छल-कपट का विकास करता है।
(ग) वह ईर्ष्या-द्वेष तथा माया-मोह आदि अवगुणों को अपनाने की प्रेरणा देता है।
(घ) कबीर पंथ के अनुसार मनुष्य को स्वार्थ और लालच को अपनाना चाहिए।
उत्तर :
(क) कबीर पंथ मनुष्य को सांसारिक आकर्षणों से दूर रहने की प्रेरणा देता है।
9. निम्नलिखित पठित पद्यांश पर आधारित बहुविकल्पी प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए-
नाथ संभुधनु भंजनिहारा । होइहि कोउ एक दास तुम्हारा ॥
आयेसु काह कहिअ किन मोही । सुनि रिसाइ बोले मुनि कोही ॥
सेवकु सो जो करै सेवकाई । अरिकरनी करि करिअ लराई ॥
सुनहु राम जेहि सिवधनु तोरा । सहसबाहु सम सो रिपु मोरा ॥
सो बिलगाउ बिहाइ समाजा। न त मारे जैहहिं सब राजा ॥
सुनि मुनिबचन लखन मुसुकाने । बोले परसुधरहिं अवमाने ॥
बहु धनुही तोरी लरिकाई । कबहुँ न असि रिस कीन्हि गोसाई ॥
येहि धनु पर ममता केहि हेतू । सुनि रिसाइ कह भृगुकुलकेतू ॥
रे नृपबालक कालबस बोलत तोहि न सँभार ।
धनुही सम त्रिपुरारिधनु बिदित सकल संसार ॥
(1) धनुष के टूट जाने पर श्रीराम ने परशुराम से कहा-
(क) इस धनुष को तोड़ने वाला आपका ही कोई दास होगा ।
(ख) यह धनुष मैंने तोड़ा है।
(ग) यह धनुष मैंने नहीं तोड़ा है।
(घ) यह धनुष आपके किसी शत्रु ने तोड़ा है।
उत्तर :
(क) इस धनुष को तोड़ने वाला आपका ही कोई दास होगा।
(2) श्रीराम के वचनों से परिचय मिलता है-
(क) उनकी विनयशीलता का
(ख) उनकी निर्भयता का
(ग) उनकी सत्यप्रियता का
(घ) इन सभी गुणों का
उत्तर :
(घ) इन सभी गुणों का
(3) ‘सेवकु सो जो करै सेवकाई’ – यह पंक्ति किसके द्वारा कही गई है ?
(क) श्रीराम के द्वारा
(ख) लक्ष्मण के द्वारा
(ग) परशुराम के द्वारा
(घ) विश्वामित्र के द्वारा
उत्तर :
(ग) परशुराम के द्वारा
(4) परशुराम के अनुसार लक्ष्मण वश में हैं-
(क) श्रीराम के
(ख) मृत्यु के
(ग) विश्वामित्र के
(घ) शिवजी के
उत्तरः (ख) मृत्यु के
(5) यहाँ प्रयुक्त ‘त्रिपुरारि’ का संधि-विच्छेद होगा-
(क) त्रिपुर + अरि
(ख) त्रि + पुरारि
(ग) त्रिपुरा + रि
(घ) त्रिपु + रारि
उत्तर :
(क) त्रिपुर + अरि
10. पद्य पाठों के आधार पर निम्नलिखित दो बहुविकल्पी प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए-
(1) गोपियों के वाक्चातुर्य की विशेषताएँ हैं-
(क) निर्भीकता
(ख) स्पष्टवादिता
(ग) व्यंग्यात्मकता
(घ) ये सभी
उत्तरः
(घ) ये सभी
(2) ‘तुम मुझे खून दो’ नेताजी का यह नारा हमें क्या प्रेरणा देता है ?
(क) तरक्की करने की
(ख) रक्तदान करने की
(ग) देश के लिए बलिदान देने की
(घ) देश से प्रेम करने की
उत्तर :
(ग) देश के लिए बलिदान देने की
खण्ड – ‘ख’ (वर्णनात्मक प्रश्न)
11. गद्य पाठों के आधार पर निम्नलिखित चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए-
(क) अन्तिम दिनों में मन्नू भंडारी के पिता का स्वभाव शक्की हो गया था, लेखिका ने इसके क्या कारण दिए?
उत्तरः
अन्तिम दिनों में मन्नू भंडारी के पिता का स्वभाव शक्की हो गया था । लेखिका ने इसके कई कारण बताए हैं – उन्हें अपनों के हाथों विश्वासघात मिला, आर्थिक विषम परिस्थितियों के कारण तथा अधूरी महत्वाकांक्षाओं के कारण वे स्वभावगत शक्की हो गए।
(ख) लेखक को नबाव साहब के किन हावभावों से महसूस हुआ कि वे उनसे बातचीत करने के लिए तनिक भी उत्सुक नही हैं ?
उत्तर:
भीड़ से बचकर यात्रा करने के उद्देश्य से जब लेखक सेकंड क्लास के डिब्बे में चढ़ा तो देखा उसमें एक नवाब साहब पहले से बैठे थे लेखक को देखकर नवाब साहब के चिंतन में व्यवधान पड़ा नवाब साहब की आँखों में असंतोष का भाव उभर आया। उन्होंने लेखक से बातचीत करने की पहल नहीं की, कुछ देर बाद वे डिब्बे की स्थिति को देखने लगे। इन हाव-भावों को देखकर लेखक ने जान लिया कि नवाब साहब उनसे बातचीत करने के इच्छुक नहीं हैं।
(ग) सेनानी न होते हुए भी चश्मे वाले को लोग कैप्टन क्यों कहते थे ?
उत्तर:
सेनानी न होते हुए भी लोग चश्मे वाले को कैप्टन इसलिए कहते थे क्योंकि कैप्टन चश्मे वाले में नेताजी के प्रति अगाध लगाव एवं श्रद्धा भाव था । वह शहीदों एवं देशभक्तों के अलावा अपने देश से उसी तरह लगाव रखता था जैसे कि फौजी व्यक्ति रखते थे । उसमें देश-प्रेम कूट-कूटकर भरा था। कैप्टन, नेताजी को बिना चश्मे के देखकर दुखी होता था ।
(घ) क्या बालगोबिन भगत की मृत्यु को गौरवशाली मृत्यु कहा जा सकता है ?
उत्तरः
बालगोबिन भगत का जीवन कबीर को समर्पित था । वे अपनी अन्तिम साँस तक भक्ति-संगीत में लीन रहे । जीवन पर्यन्त कठिन नियमों का पालन करते हुए सद्कर्मों में लगे रहे। उनके अन्दर छल-कपट, ईर्ष्या-द्वेष आदि भावनाएँ लेशमात्र भी नहीं थीं । उन्होंने आजीवन न किसी वस्तु को छुआ और न ही उसको बिना पूछे व्यवहार में लाये । पूरा जीवन गाते-गाते जिया । अन्त समय में भी गंगा स्नान करने के बाद गीत गाते हुए ही मृत्यु हुई । जाते-जाते भी वे अपना संगीत बाँटकर गए। इन सभी बातों से सिद्ध होता है कि बालगोबिन भगत की मृत्यु गौरवशाली मृत्यु है।
12. पद्य पाठों के आधार पर निम्नलिखित चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए-
(क) गोपियों ने किन-किन उदाहरणों के माध्यम से कृष्ण को उलाहने दिए ?
उत्तरः
गोपियों ने निम्नलिखित उदाहरणों के माध्यम से उद्धव को श्रीकृष्ण के लिए उलाहने दिए –
(i) वे कहती हैं कि कृष्ण एक तो पहले ही बहुत चतुर थे परंतु मथुरा जाकर तो बहुत ही बुद्धिमान हो गये हैं ।
(ii) इससे उनकी चतुरता का ही पता चलता है कि कृष्ण ने न आकर उनको योग संदेश भिजवाया है जिससे उनकी विरह व्यथा और अधिक बढ़ गई है।
(ख) सूरदास के पदों के आधार पर गोपियों का योग-साधना के प्रति दृष्टिकोण स्पष्ट करें ।
उत्तरः
सूरदास द्वारा रचित इन पदों में गोपियाँ योग साधना को अपने लिए निरर्थक मानती हैं। वे कहती हैं कि हमने तो मन, क्रम और वचन से श्रीकृष्ण को दृढ़तापूर्वक पकड़ लिया है जिस प्रकार हारिल पक्षी लकड़ी को पकड़े रहता है। हम हर समय श्रीकृष्ण का ही ध्यान करती हैं। हमारे लिए ये योग किसी कड़वी ककड़ी की भाँति हैं। योग उनके लिए उपयुक्त है जिनका मन चंचल है । हमारा मन श्रीकृष्ण में ही रमा हुआ हैं। हमारे लिए यह व्यर्थ है ।
(ग) कवि की आँख फाल्गुन की सुन्दरता से क्यों नहीं हट रही है ?
उत्तरः
अट नहीं रही है’ कविता में प्रकृति का सौन्दर्य सब जगह व्याप्त है। कोई भी स्थान प्राकृतिक सौन्दर्य से अछूता नहीं है। फाल्गुन की सुन्दरता फूटी पड़ रही है। पेड़ हरे और लाल पत्तों से लदे हुए हैं । सुगन्धित पवन चल रही है। रंग-बिरंगे फूल खिल रहे हैं। पक्षी पंख फड़फड़ाकर उड़ने को आतुर हैं। चारों ओर सौन्दर्य – राशि बिखरी हुई है। यह दृश्य इतना मोहक है कवि की आँख हट नहीं रही है।
(घ) संगतकार की आवाज़ में एक हिचक – सी क्यों प्रतीत होती है?
उत्तरः
संगतकार अपने पूर्ण स्वर में नहीं गाता है, क्योंकि वह नहीं चाहता है कि मुख्य गायक से उसका स्वर तेज़ हो जाए। संगतकार सोचता है कि अगर उसका स्वर तेज़ हो गया, तो मुख्य गायक का स्वर एवं प्रभाव क्षीण हो सकता है। वह मुख्य गायक के प्रति श्रद्धा रखता है, जिसके परिणामस्वरूप संगतकार की आवाज़ में हिचक – सी प्रतीत होती है ।
13. पूरक पाठ्यपुस्तक के पाठों पर आधारित निम्नलिखित तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 50-60 शब्दों में लिखिए-
(क) “माता का आँचल” पाठ में बच्चों की जो दुनिया रची गई है वह आपके बचपन की दुनिया से किस प्रकार भिन्न है?
उत्तरः
नोट: यह उत्तर हर बच्चे की समझ व भावनाओं के आधार पर अलग होगा ।
पाठ के आधार पर भोलानाथ और उसके साथियों ने टूटे घड़ों, तिनकों, दियासलाइयों और दातूनों आदि से अपने बचपन की दुनिया रची थी, लेकिन वह दुनिया हमारे बचपन की दुनिया से बिल्कुल भिन्न थी । हमारे समय में आधुनिकता का दौर है। इसलिए हमारे पास सुन्दर और बैटरी से चलने वाले खिलौने हैं। मनोरंजन के लिए टी. वी., कम्प्यूटर एवं फिल्में हैं । तथाकथित सुख-सुविधाएँ जुटाने में माता-पिता का स्नेह है।
(ख) एक संवेदनशील युवा नागरिक की हैसियत से विज्ञान का दुरुपयोग रोकने में आपकी क्या भूमिका है?
उत्तरः
विज्ञान का दुरुपयोग जानलेवा है। एक संवेदनशील नागरिक होने के नाते मेरा कर्त्तव्य है कि मैं समाज को इसकी हानियों के प्रति जागरूक करूँ। इसके लिए हम निबन्ध प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक तथा वाद-विवाद प्रतियोगिताओं व चौपालों को माध्यम बनाकर लोगों तथा किसानों को जागरूक कर सकते हैं। इसके लिए पॉलीथिन का प्रयोग व निर्माण बन्द करने के लिए सरकार से उचित व प्रभावी कदम उठाने के लिए पत्र-व्यवहार कर सकते हैं। किसानों को रासायनिक खादों एवं कीटनाशकों के प्रयोग से होने वाली हानियाँ बताकर, उन्हें इसका प्रयोग न करने के लिए आग्रह करेंगे ।
(ग) ‘कितना कम लेकर ये समाज को कितना अधिक वापस लौटा देती हैं। “साना साना हाथ जोड़ि” के आधार पर स्पष्ट करें कि आम जनता की इसमें क्या भूमिका है?
उत्तर:
लेखिका ने हमारा ध्यान इस ओर आकर्षित करना चाहा है कि किसी भी देश की आर्थिक प्रगति आम जनता की कर्मठता पर निर्भर करती है। ये लोग खून-पसीना बहाकर परिश्रम करते हैं फिर भी अपने हिस्से से वंचित रह जाते हैं। सफेदपोश लोग तो केवल दिखावटी हैं। आर्थिक विकास उनके नहीं आम जनता के कंधों पर होता है। मेहनती लोग ही देश को आगे बढ़ाते हैं उनका रूप चाहे कोई भी हो ।
14. निम्नलिखित तीन विषयों में से किसी एक विषय पर लगभग 120 शब्दों में सारगर्भित अनुच्छेद लिखिए-
(क) प्रदूषण कारण और निवारण
संकेत बिन्दु-
– अर्थ
– प्रकार और कारण
– निवारण
– उपसंहार
उत्तरः
(क) प्रदूषण कारण और निवारण
प्रदूषण चार प्रकार का होता है – वायु प्रदूषण, जल- प्रदूषण, ध्वनि-प्रदूषण और भूमि – प्रदूषण । वायु प्रदूषण का कारण है – बढ़ता हुआ औद्योगीकरण। कारखानों की चिमनियों से निकलने वाले धुएँ तथा सड़क पर चलने वाले वाहनों ने वातावरण को विषाक्त बना दिया है। कारखानों से निकलने वाला कचरा, नदी-तालाबों में गंदगी डालना, ये सभी जल प्रदूषण के लिए उत्तरदायी हैं। प्रदूषित जल से अनेक बीमारियाँ फैलती हैं। तेज आवाजें हमारी श्रवण – शक्ति और हृदय की बीमारियों को जन्म देती हैं । उपज बढ़ाने के लिए विभिन्न रासायनिक खादों का प्रयोग हमारे खाद्यान्न को प्रदूषित करता है । प्रदूषण से बचने के लिए वृक्षारोपण सर्वश्रेष्ठ साधन है। वृक्षों के अधिक कटाव पर भी रोक लगानी चाहिए । औद्योगिक कचरे और धुएँ को बाहर निकालने की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए । लाउडस्पीकर आदि के प्रयोग को नियंत्रित किया जाना चाहिए।
(ख) मुड़ो प्रकृति की ओर
संकेत बिन्दु –
प्रकृति ! सहचरी
प्रकृति से छेड़छाड़ से हानियाँ
हमारा कर्तव्य
उपसंहार
(ख) मुड़ो प्रकृति की ओर
उत्तर:
प्रकृति स्वभाव से प्राणियों की सहचरी रही है उसने हमेशा हर रूप में मानव को लाभान्वित किया है। जब से मनुष्य ने विज्ञान की शक्ति पाकर प्रकृति से छेड़छाड़ प्रारंभ की, तभी से वह प्राकृतिक सुखों से वंचित होता गया । वनों की अंधाधुंध कटाई के कारण पर्वत – स्खलन, भू-क्षरण, बाढ़, बे-मौसमी बरसात तथा पर्यावरण- प्रदूषण बढ़ता जा रहा है, जिसके कारण शहरों में रहने वाले लोगों का दम घुटता जा रहा है। आज आवश्यकता इस बात की है कि मानव पुनः प्रकृति की ओर मुड़े, प्रकृति से पुन: सामंजस्य स्थापित कर सके तथा उसे सहचरी समझकर उसका सम्मान करे । पाँच जून को समूचे विश्व में ‘पर्यावरण दिवस’ मनाया जाना इस बात का साक्षी है कि अब मानव ने प्रकृति के महत्व को स्वीकार लिया है तथा उसके संरक्षण के हर संभव प्रयास की ओर गंभीरता से विचार करने पर विवश हुआ है।
(ग) हमारे समाज में नारी का स्थान
संकेत बिन्दु-
भूमिका
समाज में नारी की दशा
आधुनिक
निष्कर्ष
उत्तरः
(ग) हमारे समाज में नारी का स्थान
प्राचीन काल में हमारे समाज में नारी का महत्व नर से कहीं बढ़कर होता था। समय के बदलाव के साथ नारी – दशा में भी बदलाव आया। मध्यकाल में नारी की स्थिति अत्यंत शोचनीय हो गई। वह केवल भोग्या और विलासिता की वस्तु बनकर रह गई । शिक्षा के प्रचार-प्रसार के फलस्वरूप अब नारी की स्थिति में सुधार हुआ है। नारी आज समाज में प्रतिष्ठित और सम्मानित हो रही है । वह अब घर से बाहर दायित्व निर्वाह करने के लिए आगे बढ़ गई है। वह घर की चारदीवारी से अपने कदमों को बढ़ाती हुई समाज की विकलांग दशा को सुधारने के लिए प्रयासरत हो रही है। नारी में किसी प्रकार की शक्ति और क्षमता की कमी नहीं है। केवल अवसर मिलने की देर होती है। नारी के इस रूप में समाज में प्रतिष्ठा व स्वीकार्यता मिलनी भी शुरू हो गई है। इस प्रकार नारी का स्थान हमारे समाज में आज अधिक समादृत और प्रतिष्ठित है।
15. आप रोहित आर्या / रोहिणी शर्मा हैं । मुकुल आपका मित्र है जिसने राष्ट्रीय स्तर पर खेलकूद प्रतियोगिता में स्वर्णपदक प्राप्त कर विद्यालय का नाम रोशन किया है, उसे बधाई देते हुए लगभग 100 शब्दों में पत्र लिखिए |
अथवा
आप जवाहरपुरी निवासी छात्र / छात्रा हैं। आपके क्षेत्र में बिजली संकट अत्यधिक बढ़ गया है। परीक्षायें निकट हैं। आपके नगर के विद्युत अधिकारी को इस विषय से अवगत कराते हुए लगभग 100 शब्दों में पत्र लिखिए ।
उत्तर:
ए-47, सेक्टर 16,
नोएडा, उत्तर प्रदेश
दिनांक : 15-07-20xx
प्रिय मुकुल,
सस्नेह नमस्कार,
कल के समाचार-पत्र में तुम्हारी शानदार सफलता के विषय में पढ़कर अतीव प्रसन्नता का अनुभव हुआ। तुमने राष्ट्रीय स्तर पर खेलकूद प्रतियोगिता में स्वर्णपदक प्राप्त करके न केवल अपने माता-पिता बल्कि विद्यालय को भी गौरवान्वित किया है।
मुझे यह भी ज्ञात हुआ है कि तुम्हारी इस उपलब्धि हेतु तुम्हें विद्यालय के वार्षिक समारोह में राज्य के खेलकूद मंत्री द्वारा सम्मानित किया जाएगा। नि:संदेह तुम इस सम्मान के अधिकारी हो । कठिन परिश्रम एवं निरंतर अभ्यास द्वारा तुमने अपना लक्ष्य पा ही लिया ।
मेरे माता-पिता भी तुम्हें आशीर्वाद भेज रहे हैं। ईश्वर से प्रार्थना है कि तुम उत्तरोत्तर प्रगति के पथ पर अग्रसर रहो । मेरी ओर से अपने माता-पिता को भी बधाई देना । तुम्हारी इस शानदार जीत की मिठाई खाने शीघ्र मिलूँगा ।
तुम्हारा मित्र
रोहित आर्या
अथवा
मनीष कुमार
22, जवाहरपुरी
कानपुर, उत्तर प्रदेश
दिनांक 19-06-20xx
सेवा में,
विद्युत अधिकारी,
कानपुर, उत्तर प्रदेश
महोदय,
इस पत्र के माध्यम से मैं आपका ध्यान नगर में व्याप्त विद्युत संकट की ओर आकर्षित करना चाहता हूँ। गत दो माह से इस नगर की विद्युत आपूर्ति में अत्यधिक कटौती की जा रही है। जब-तब बिजली चली जाती है और कई घंटों तक नहीं आती है।
महोदय, विद्युत आपूर्ति भंग होने से हम विद्यार्थियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है । हमारी परीक्षाएँ भी निकट ही हैं । अतः मेरा आपसे अनुरोध है कि कृपया इस दिशा में उचित कार्यवाही कर विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित कराने की कृपा करें।
भवदीय
मनीष कुमार
16. आप महेश/मनीषा हैं आपने पत्रकारिता के क्षेत्र में अपना अध्ययन पूरा कर लिया है और किसी प्रसिद्ध अखबार में पत्रकार पद के लिए आवेदन भेजना है। इसके लिए एक स्ववृत्त बनाइये ।
अथवा
आप ए. पी. एस. स्कूल के छात्र / छात्रा हैं। आपके पिताजी का स्थानांतरण होने के कारण आपको विद्यालय छोड़ के जाना होगा । अपने विद्यालय के प्राचार्य को लगभग 80 शब्दों में इस विषय में ई-मेल कीजिए ।
उत्तरः
सेवा में,
संपादक,
अमर उजाला,
पानीपत।
विषय – पत्रकार पद के लिए आवेदन हेतु ।
महोदय,
आज दिनांक 10 अप्रैल, 2022 को अमर उजाला से प्रकाशित विज्ञापन से पता चला है कि आपके कार्यालय को पत्रकार की आवश्यकता है । मैं इस पद के लिए अपना आवेदन पत्र प्रस्तुत कर रहा हूँ। मेरा स्ववृत्त इस आवेदन-पत्र के साथ संलग्न है। इसका अवलोकन करने पर आपको विश्वास होगा कि मैं इस पद के लिए पूरी तरह से उपयुक्त उम्मीदवार हूँ। मैं आपके विज्ञापन में वर्णित सभी योग्यताओं को पूरा करता हूँ। मेरा संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है-
नाम : महेश कुमार
पिता का नाम : सुरेश कुमार
जन्म तिथि : 9-10-1995
वर्तमान पता : 65ए विकास नगर, पानीपत
स्थायी पता : 65ए विकास नगर, पानीपत
टेलीफोन : 0184-4546840 मोबाइल : 9478895xxx
ई-मेल : cclchapter@gmail.com
शैक्षणिक योग्यताएँ :
परीक्षा | बोर्ड | विषय | श्रेणी | प्रतिशत |
दसवीं | हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड | हिंदी, अंग्रेजी, साइंस, गणित, संस्कृत | प्रथम | 90% |
बारहवीं | हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड | हिंदी, अंग्रेजी, साइंस, गणित, संस्कृत | प्रथम | 90% |
स्नातक | कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय | हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, गणित | प्रथम | 92% |
पत्रकारिता | कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय | पत्रकारिता | प्रथम | 96% |
इस योग्यता के साथ-साथ मैं कई वर्षों से स्वतंत्र लेखन से भी जुड़ा हूँ । मुझे पत्रकारिता में बेहद रुचि है। मैं आपको पूर्ण विश्वास दिलाता हूँ कि मैं अपना कार्य पूरी निष्ठा से करूँगा । आपसे अनुरोध है कि उपर्युक्त तथ्यों को ध्यान में रखते हुए मेरे आवेदन पत्र पर सकारात्मक विचार करते हुए मुझे पत्रकार पद पर नियुक्त करें ।
सधन्यवाद।
भवदीय,
महेश
अथवा
To : apsschool@gmail.com
cc: principal.aps@gmail.com
Subject- स्थानांतरण प्रमाण-पत्र हेतु
महोदय,
सविनय निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय में कक्षा दसवीं ‘अ’ का छात्र हूँ। मेरे पिताजी का स्थानांतरण आगरा हो गया है। हमारा समस्त परिवार अब आगरा जा रहा है। मैं भी अपने परिवार के साथ आगरा जा रहा हूँ और वहीं से अपनी आगे की पढ़ाई करूंगा। मुझे वहाँ नए विद्यालय में प्रवेश करने के लिए इस विद्यालय से स्थानांतरण प्रमाण-पत्र की आवश्यकता है। अतः आपसे अनुरोध है कि आप मुझे स्थानांतरण प्रमाण-पत्र, और चरित्र प्रमाण-पत्र शीघ्रातिशीघ्र जारी करने की कृपा करें।
धन्यवाद
आपका आज्ञाकारी छात्र
अ.ब.स.
कक्षा – दसवीं ‘अ’
अनुक्रमांक-5
17. विद्यालय में वार्षिक खेल दिवस मनाया जाना है जिसमें पुराने विद्यार्थियों और अभिभावकों को आमंत्रित करते हुए विज्ञापन तैयार कीजिए। (लगभग 60 शब्दों में)
उत्तरः
संदेश
10 अगस्त, 20xx
आदरणीय फूफाजी
प्रातः 8:00 बजे
कल दिनांक 12 अगस्त को हमारे दादाजी की पुण्य तिथि है। इस अवसर पर उन्हें याद करते हुए उनके सम्मान को बढ़ाने के लिए मैं प्रात: 10 बजे वृद्धाश्रम में जाकर कुछ सामान वितरित करना चाहता हूँ ताकि उनके नाम को लोग याद रखें व जरूरतमंदों का भला भी हो सके । कृपया आप भी मेरे साथ चलें ।
आयुष