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CBSE Sample Papers for Class 10 Hindi A Set 3 with Solutions
समय: 3 घंटे
पूर्णाक: 80
सामान्य निर्देशः
- इस प्रश्न-पत्र में दो खंड हैं-खंड ‘क’ और खंड ‘ख’। खंड-‘क’ में वस्तुपरक / बहुविकल्पी और खंड-‘ख’ में वस्तुनिष्ठ/ वर्णनात्मक प्रश्न दिए गए हैं।
- प्रश्नपत्र के दोनों खंडों में प्रश्नों की संख्या 17 है और सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
- यथासंभव सभी प्रश्नों के उत्तर क्रमानुसार लिखिए।
- खंड ‘क’ में कुल 10 प्रश्न हैं, जिनमें उपप्रश्नों की संख्या 49 है। दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए 40 उपप्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
- खंड ‘ख’ में कुल 7 प्रश्न हैं, सभी प्रश्नों के साथ उनके विकल्प भी दिए गए हैं। निर्देशानुसार विकल्प का ध्यान रखते हुए सभी प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
खण्ड – ‘अ’
(बहुविकल्पी / वस्तुपरक प्रश्न)
1. निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पी प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए-
प्रजातंत्र के तीन मुख्य अंग हैं- कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका । प्रजातंत्र की सार्थकता एवं दृढ़ता को ध्यान में रखते हुए और जनता के प्रहरी होने की भूमिका को देखते हुए मीडिया (दृश्य, श्रव्य और मुद्रित) को प्रजातंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में देखा जाता है। समाचार-माध्यम या मीडिया को पिछले वर्षों में पत्रकारों और समाचार- र-पत्रों ने एक विश्वसनीयता प्रदान की और इसी कारण विश्व में मीडिया एक अलग शक्ति के रूप में उभरा है।
कार्यपालिका और विधायिका की समस्याओं, कार्य-प्रणाली और विसंगतियों की चर्चा प्रायः होती रहती है और सर्वसाधारण में विशेष चर्चा के विषय रहते ही हैं। इसमें समाचार-पत्र, रेडियो और टी.वी. समाचार अपनी टिप्पणी के कारण चर्चा को और बढ़ाने में योगदान करते हैं, पर न्यायपालिका अत्यंत महत्वपूर्ण होने के बावजूद उसके बारे में चर्चा कम ही होती है। ऐसा केवल अपने देश में ही नहीं, अन्य देशों में भी कमोबेश यही स्थिति है ।
स्वराज – प्राप्ति के बाद और एक लिखित संविधान के देश में लागू होने के उपरांत लोकतंत्र के तीनों अंगों के कर्त्तव्यों, अधिकारों और दायित्वों के बारे में जनता में जागरूकता बढ़ी है। संविधान निर्माताओं का उद्देश्य रहा है कि तीनों अंग परस्पर ताल – मेल से कार्य करेंगे। तीनों के पारस्परिक संबंध भी संविधान द्वारा निर्धारित, फिर भी समय के साथ-साथ कुछ समस्याएँ उठ खड़ी होती हैं । आज लोकतंत्र यह महसूस करता है कि न्यायपालिका में भी अधिक पारदर्शिता हो, जिससे उसकी प्रतिष्ठा और सम्मान बढ़े। ‘जिस देश में पंचों को परमेश्वर मानने की पंरपरा है, वहाँ न्यायमूर्तियों पर आक्षेप दुर्भाग्यपूर्ण है।
(1) कार्यपालिका और विधायिका के मुकाबले महत्वपूर्ण होने के बावजूद भी:
कथन पढ़कर निम्नलिखित सही विकल्प चुनिए-
कथन
(i) लोकतंत्र में न्यायपालिका की चर्चा कम होती है।
(ii) न्यायपालिका में विश्वसनीयता और पारदर्शिता नहीं रही ।
(iii) न्यायपालिका को प्रतिष्ठा और सम्मान ढल चुका है।
(iv) न्यायमूर्तियों को परमेश्वर माना जा रहा है।
विकल्प
(क) कथन (i) व (ii) सही हैं।
(ख) कथन (ii) व (iii) सही हैं।
(ग) कथन (iii) व (iv) सही हैं।
(घ) कथन (i) व (iv) सही हैं।
उत्तरः
(ख) कथन (ii) व (iii) सही हैं।
(2) प्रजातंत्र का चौथा स्तंभ क्या है?
(क) मीडिया
(ख) कार्यपालिका
(ग) न्यायपालिका
(घ) विधायिका
उत्तरः
(क) मीडिया
(3) जनता में अधिकारों और दायित्वों के प्रति जागरूकता बढ़ाने में किसका योगदान है ?
(क) राजनेताओं का
(ख) अभिनेताओं का
(ग) मीडिया का
(घ) न्यायपालिका का
उत्तर :
(ग) मीडिया का
(4) गद्यांश के आधार पर बताइये कि मीडिया के कितने अंग हैं?
(क) दृश्य
(ख) श्रव्य
(ग) मुद्रित
(घ) ये तीनों
उत्तरः
(घ) ये तीनों
(5) कथन (A) और कारण (R) को पढ़कर उपयुक्त विकल्प चुनिए-
कथन (A) : मीडिया को प्रजातंत्र का चौथा स्तम्भ माना जाता है ।
कारण (R) : प्रजातंत्र सार्थक और दृढ़ बनाने में मीडिया का सहयोग है ।
(क) कथन (A) गलत है, किंतु कारण (R) सही है ।
(ख) कथन (A) और कारण (R) दोनों ही गलत हैं ।
(ग) कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है।
(घ) कथन (A) सही है, किंतु कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या नहीं है ।
उत्तर :
(ग) कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है।
2. निम्नलिखित दो पद्यांशों में से किसी एक पर आधारित बहुविकल्पी प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए-
वह मधुर यमुना कि जिसमें, स्निग्ध दृग का जल बहा है।
वह मधुर ब्रजभूमि जिसको, कृष्ण के उर ने वरा है।
स्वप्न में भी नाम सुनकर, धड़कने लगता हृदय है।
मधुर मथुरा में न जाने, कौन – सा जादू भरा है ?
उमड़ पड़ता है हृदय से, प्रबलतम आह्लाद सहसा ।
आज मथुरा की न जाने, आ गई क्यों याद सहसा ।
सामने है सिंधु फैला, और नभ निस्सीम ऊपर।
किंतु वह अति दूर मथुरा, हो रही है दृष्टिगोचर ।
और यमुना – जल दिखाई पड़ रहा इस सिंधु में भी ।
क्या पता वह जल जलधि में आ गया हो आज बहकर ।
हाय रे दुर्भाग्य मेरा, क्यों हुआ अवसाद सहसा ।
आज मथुरा की न जाने, आ गई क्यों याद सहसा !
(1) ‘हाय रे दुर्भाग्य मेरा’ यह दुखी भाव कवि के मन में आया होगा क्योंकि-
निम्नलिखित कथनों को पढ़कर सबसे सही विकल्प चुनकर लिखिए-
कथन
(i) कवि यमुना और सिंधु से दूर हो गया है।
(ii) कवि मथुरा से दूर हो गया है।
(iii) कवि मथुरा और सिंधु से दूर हो गया है।
(iv) कवि मथुरा और यमुना से दूर हो गया है।
विकल्प
(क) कथन (iii) व (iv) सही हैं।
(ख) कथन (ii) व (iii) सही हैं।
(ग) कथन (ii) सही है।
(घ) कथन (i) सही है ।
उत्तर :
(ग) कथन (ii) सही है।
(2) कवि को क्यूँ लगता है कि मथुरा में कोई जादू है ?
(क) वहाँ यमुना है इसलिये
(ख) वह कृष्णभूमि है इसलिये
(ग) मथुरा का नाम सुनते ही मन में आहलाद होता है
(घ) उसे मथुरा की याद सता रही है
उत्तर :
(ग) मथुरा का नाम सुनते ही मन में आहलाद होता है
(3) कवि मथुरा की किन चीजों को विशेष रूप से याद कर रहा है?
(क) यमुना नदी को
(ख) मथुरा के कृष्णभूमि होने को
(ग) यमुना के ऊपर फैले आकाश को
(घ) (क) और (ख) दोनों
उत्तर :
(घ) (क) और ( ख ) दोनों
(4) कवि को किसे देखकर मथुरा और यमुना की याद आती है?
(क) समुद्र को देखकर
(ख) आकाश को देखकर
(ग) ब्रजभूमि को देखकर
(घ) पानी को देखकर
उत्तर :
(क) समुद्र को देखकर
(5) कवि के बेचैन मन की स्थिति को दर्शाने वाला सही विकल्प चुनिए-
कथन
(i) मधुर मथुरा नाम सुनकर कवि का हृदय धड़कने लगता है ।
(ii) सागर को देखकर कवि को ब्रजभूमि की याद सताने लगी ।
(iii) सागर के जल में कवि को यमुना और मथुरा दिखाई पड़ते हैं ।
(iv) कवि के सामने नभ फैला है और यमुना साक्षात् दृष्टि में पड़ गयी है।
विकल्प
(क) कथन (iii) व (iv) सही हैं।
(ख) कथन (i) व (iii) दोनों सही हैं।
(ग) कथन (ii) सही है ।
(घ) कथन (ii) और (iii) दोनों सही हैं।
उत्तरः
(ख) कथन (i) व (iii) दोनों सही हैं।
अथवा
हो मन के अनुकूल
उसे ही सुख कहते हैं,
मन से जो प्रतिकूल
उसे ही दुख कहते हैं।
गमनागमन किया करते हैं
इच्छा के वाहन में
आते हैं जाते हैं
सुख-दुख इस जीवन में ।
दूल्हे जैसा सर्वप्रतीक्षित
सुख आता है
अनचाहे मेहमान सरीखा
दुख जाता है
एक गया तो दूजा आया
पड़ें न उलझन में
आते हैं जाते हैं
सुख-दुख इस जीवन में ।
सुख फूलों-सा मनमोहक
सुंदर दिखता है
फिर दुख आता है तो
काँटों-सा चुभता है
एक हँसाता एक रुलाता
क्रमशः मन के वन में
आते हैं, जाते हैं
सुख-दुख इस जीवन में ।
दोनों का ही कुछ स्वतंत्र
अस्तित्व नहीं है
और किसी का कुछ भी
स्थायित्व नहीं है
दुख भोगा सुख की तलाश में
मिला न तन-धन में
आते हैं जाते हैं
सुख-दुख इस जीवन में ।
(1) कवि हमें उलझन में न पड़ने की सलाह दे रहे हैं क्योंकि कवि के अनुसार-
कथन
(i) सुख फूलों जैसा मनमोहक दिखता है।
(ii) मानव जीवन में सुख और दुःख का आना-जाना लगा रहता है।
(iii) एक दूल्हे जैसा आता है और एक अनचाहे मेहमान जैसा चला जाता है।
(iv) सुख और दुःख दोनों का स्वतंत्र अस्तित्व है ।
विकल्प
(क) कथन (i) व (iv) सही हैं।
(ख) कथन (i) व (ii) सही हैं।
(ग) कथन (ii) व (iii) सही हैं।
(घ) कथन (iii) व (iv) सही हैं।
उत्तरः
(ग) कथन (ii) व (iii) सही हैं।
(2) कवि ने सुख को ‘दूल्हे जैसा सर्वप्रतीक्षित कहा है, क्योंकि-
(क) सुख दूल्हे की तरह आकर्षक लगता है ।
(ख) दूल्हा एक निश्चित उम्र पर पहुँचने पर ही मिलता है, उसी तरह सुख भी निश्चित समय पर मिलता है।
(ग) विवाह के समय सब लोग जिस प्रकार दूल्हे की प्रतीक्षा करते हैं, उसी तरह लोग जीवन में सुख की प्रतीक्षा करते हैं ।
(घ) दूल्हे के लिए जिस प्रकार की भावनाएँ मन में होती हैं, वैसी ही भावनाएँ सुख की कामना करने वालों के मन में होती हैं ।
उत्तर :
(ग) विवाह के समय सब लोग जिस प्रकार दूल्हे की प्रतीक्षा करते हैं, उसी तरह लोग जीवन में सुख की प्रतीक्षा करते हैं ।
(3) काव्यांश के अनुसार सुख-दुःख का वाहन क्या है ?
(क) मन
(ख) तन और मन
(ग) इच्छा
(घ) प्रतीक्षा
उत्तरः
(ग) इच्छा
(4) कवि के अनुसार मनुष्य दुख क्यों भोगता है ?
(क) अभावों के कारण
(ख) सुख की तलाश में भागने के कारण
(ग) धन-संपत्ति के पीछे भागने के कारण
(घ) अपने लोगों को कष्ट होने के कारण
उत्तरः
(घ) अपने लोगों को कष्ट होने के कारण
(5) कथन (A) और कारण (R) को पढ़कर उपयुक्त विकल्प चुनिए- कथन (A) : जीवन में सुख और दुःख दोनों का बराबर का स्थायित्व है। कारण (R) : सुख-दुःख जीवन में आते-जाते रहते हैं ।
(क) कथन (A) गलत है, किंतु कारण (R) सही है ।
(ख) कथन (A) और कारण (R) दोनों ही गलत हैं।
(ग) कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है।
(घ) कथन (A) सही है, किंतु कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या नहीं है।
उत्तरः
(क) कथन (A) गलत है, किंतु कारण (R) सही है।
3. निर्देशानुसार ‘रचना के आधार पर वाक्य भेद’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पी प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(1) वह घर गया और काम में लग गया – सरल वाक्य में बदलिए-
(क) वह घर जाते ही काम में लग गया।
(ख) जैसे ही वह घर पहुँचा, काम में लग गया ।
(ग) वह घर गया ताकि काम में लग सके ।
(घ) काम करने के लिए वह घर चला गया।
उत्तर :
(क) वह घर जाते ही काम में लग गया।
(2) सड़क पार करता हुआ व्यक्ति बस से टकराकर मर गया – मिश्रवाक्य में बदलिए-
(क) वह व्यक्ति सड़क पार कर रहा था और बस से टकराकर मर गया ।
(ख) जो व्यक्ति सड़क पार कर रहा था, वह बस से टकराकर मर गया।
(ग) वह व्यक्ति मर गया जो सड़क पार करते हुए बस से टकरा गया था ।
(घ) वह व्यक्ति बस से टकरा गया और मर गया जो सड़क पार कर रहा था ।
उत्तर :
(ख) जो व्यक्ति सड़क पार कर रहा था, वह बस से टकराकर मर गया ।
(3) परिश्रम करने से छात्र जीवन में सफल होते हैं – संयुक्त वाक्य में बदलिए-
(क) परिश्रम करने वाले छात्र जीवन में सफल होते हैं।
(ख) जीवन में सफल होने वाले छात्र परिश्रम करते हैं।
(ग) छात्र परिश्रम करते हैं इसलिए वे जीवन में सफल होते हैं।
(घ) यदि छात्रों को जीवन में सफल होना है तो परिश्रम करना ही पड़ेगा ।
उत्तरः
(ग) छात्र परिश्रम करते हैं इसलिए वे जीवन में सफल होते हैं।
(4) निम्नलिखित वाक्यों में मिश्र वाक्य पहचानकर नीचे दिए गए सबसे सही विकल्प को चुनिए-
(i) ये घर मेरी माताजी और पिताजी ने मेहनत से बनाया है।
(ii) नेताजी ने कहा कि तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूँगा ।
(iii) यह वही शहर है जिसे पिंक सिटी कहा जाता है ।
(iv) जब तक उसे इस बात का पता नहीं था तब तक वह निश्चित था । विकल्प
(क) कथन (i) व (iii) सही हैं।
(ख) कथन (i), (ii) व (iii) सही हैं।
(ग) कथन (ii), (iii) व (iv) सही हैं ।
(घ) कथन (i) सही है ।
उत्तर:
(ग) कथन (ii), (iii) व (iv) सही हैं ।
(5) कॉलम 1 को कॉलम 2 के साथ सुमेलित कीजिए और सही विकल्प चुनकर लिखिए-
कॉलम 1 | कॉलम 2 |
(1) अगर वह वक्त पर पहुँचता तो उसे गाड़ी मिल जाती | (i) मिश्र वाक्य |
(2) ये मेरा कमरा है और वह मेरे भैया का कमरा है | (ii) सरल वाक्य |
(3) बच्चा रो-रोकर सो गया | (iii) संयुक्त वाक्य |
विकल्प
(क) 1-iii, 2-1, 3-ii
(ख) 1-ii, 2-1, 3-iii
(ग) 1-iii, 2-ii, 3-i
(घ) 1-1, 2-iii, 3-ii
उत्तर :
(घ) 1-1, 2-iii, 3-ii
4. निर्देशानुसार ‘वाच्य’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पी प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(1) कॉलम 1 को कॉलम 2 के साथ सुमेलित कीजिए और सही विकल्प चुनकर लिखिए-
कॉलम 1 | कॉलम 2 |
(1) उससे सबको सँभाला नहीं जाता | (i) कर्तृ वाच्य |
(2) दीवार बना ली गई है। | (ii) भाव वाच्य |
(3) पंछी आकाश में उड़ गया | (iii) कर्म वाच्य |
विकल्प
(क) 1-ii, 2-1, 3-iii
(ख) 1-iii, 2-1, 3-ii
(ग) 1-ii, 2-iii, 3-i
(घ) 1-i, 2-ii, 3-iii
उत्तर :
(क) 1-ii, 2-1, 3-iii
(2) मजदूर पेड़ काटेंगे – कर्मवाच्य में बदलिए-
(क) मजदूरों के द्वारा पेड़ काटे जाएँगे।
(ख) मजदूरों से पेड़ नहीं करेंगे।
(ग) पेड़ मजदूरों के द्वारा काटे जाएँगे ।
(घ) मजदूरों ने पेड़ काटे ।
उत्तरः
(क) मजदूरों के द्वारा पेड़ काटे जाएँगे।
(3) तुम पढ़ नहीं सकते – भाववाच्य में बदलिए-
(क) तुम पढ़ सकते हो
(ख) तुम पाठ नहीं पढ़ सकते
(ग) तुमसे पढ़ा नहीं जाता
(घ) तुम्हारे द्वारा पाठ पढ़ा नहीं जाता
उत्तरः
(ग) तुमसे पढ़ा नहीं जाता
(4) बालक द्वारा पत्र लिखा जाता है – कर्तृवाच्य में बदलिए-
(क) बालक से पत्र नहीं लिखा जाता।
(ख) बालक पत्र लिखता है।
(ग) बालक पत्र लिखेगा ।
(घ) बालक ने पत्र लिखा ।
उत्तरः
(ख) बालक पत्र लिखता है।
(5) मैं कल विद्यालय गया था – वाच्य का भेद बताइए-
(क) कर्मवाच्य
(ख) भाववाच्य
(ग) कर्तृवाच्य
(घ) (क) और (ख) दोनों
उत्तरः
(ग) कर्तृवाच्य
5. निर्देशानुसार ‘पद परिचय’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पी प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(1) उस मंजर को देख सब हक्के-बक्के रह गए – रेखांकित अंश का पद – परिचय होगा-
(क) सार्वनामिक विशेषण, बहुवचन, पुल्लिंग
(ख) सार्वनामिक विशेषण, एकवचन, स्त्रीलिंग
(ग) सार्वनामिक विशेषण, बहुवचन, अन्यपुरुष
(घ) सार्वनामिक विशेषण, एकवचन, अन्यपुरुष
उत्तरः
(घ) सार्वनामिक विशेषण, एकवचन, अन्यपुरुष
(2) मैं तुम्हारे लिए जरूर दुआ करूँगी – रेखांकित अंश का पद – परिचय होगा-
(क) व्यक्तिवाचक संज्ञा, उत्तम (प्रथम) पुरुष, स्त्रीलिंग, बहुवचन, कर्मकारक
(ख) पुरुषवाचक संज्ञा, मध्यम पुरुष, पुल्लिंग, एकवचन, कर्मकारक
(ग) पुरुषवाचक सर्वनाम, मध्यम पुरुष, पुल्लिंग, एकवचन, कर्मकारक
(घ) पुरुषवाचक सर्वनाम, उत्तम (प्रथम) पुरुष, स्त्रीलिंग, एकवचन, कर्ताकारक
उत्तरः
(घ) पुरुषवाचक सर्वनाम, उत्तम (प्रथम) पुरुष, स्त्रीलिंग, एकवचन, कर्ताकारक
(3) काला गुलाब भी कभी होता है? रेखांकित अंश का पद- परिचय होगा-
(क) संख्यावाचक विशेषण, बहुवचन, पुल्लिंग, गुलाब विशेष्य का विशेषण
(ख) गुणवाचक विशेषण, बहुवचन, पुल्लिंग, गुलाब विशेषण का विशेष्य
(ग) गुणवाचक विशेषण, एकवचन, पुल्लिंग, गुलाब विशेष्य का विशेषण
(घ) गुणवाचक विशेषण, स्त्रीलिंग, एकवचन, गुलाब विशेषण का विशेष्य
उत्तर :
(ग) गुणवाचक विशेषण, एकवचन, पुल्लिंग, गुलाब विशेष्य का विशेषण
(4) मैं जर्मन भाषा पढ़ सकता हूँ- रेखांकित अंश का पद-परिचय होगा-
(क) सकर्मक क्रिया, पुल्लिंग, एकवचन, कर्तृवाच्य, वर्तमान काल
(ख) अकर्मक क्रिया, पुल्लिंग, बहुवचन, भविष्य काल, कर्मवाच्य
(ग) सकर्मक क्रिया, स्त्रीलिंग, बहुवचन, कर्तृवाच्य, भूतकाल
(घ) सकर्मक क्रिया, पुल्लिंग, बहुवचन, कर्मवाच्य, वर्तमानकाल
उत्तरः
(क) सकर्मक क्रिया, पुल्लिंग, एकवचन, कर्तृवाच्य, वर्तमान काल
(5) शुक्ल पक्ष में चाँद निरंतर बढ़ता है- रेखांकित अंश का पद – परिचय होगा ।
(क) अकर्मक क्रिया, कर्तृवाच्य, भूतकाल, एकवचन, अन्यपुरुष
(ख) सकर्मक क्रिया, कर्तृवाच्य, वर्तमान काल, एकवचन, पुल्लिंग
(ग) सकर्मक क्रिया, कर्मवाच्य, वर्तमान काल, बहुवचन, पुल्लिंग
(घ) सकर्मक क्रिया, कर्मवाच्य, वर्तमान काल, बहुवचन, स्त्रीलिंग
उत्तरः
(ख) सकर्मक क्रिया, कर्तृवाच्य, वर्तमान काल, एकवचन, पुल्लिंग
6. निर्देशानुसार ‘अलंकार’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पी प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(1) ‘मेघ आए बन ठन के’ इसमें कौन-सा अलंकार है?
(क) मानवीकरण अलंकार
(ख) उपमा अलंकार
(ग) यमक अलंकार
(घ) अनुप्रास अलंकार
उत्तरः
(क) मानवीकरण अलंकार
(2) ‘संदेसनि मधुवन – कूप भरे’ में कौन-सा अलंकार है ?
(क) रूपक
(ख) उपमा
(ग) अनुप्रास
(घ) अतिशयोक्ति
उत्तर :
(घ) अतिशयोक्ति
(3) “मेरी भव बाधा हरौ, राधा नागरि सोई, जा तन की झाईं परत, स्याम हरित दुति होई । ” में अलंकार बताइए-
(क) श्लेष
(ख) अनुप्रास
(ग) रूपक
(घ) उत्प्रेक्षा
उत्तर :
(क) श्लेष
(4) “चिरजीवो जोरी जुरे, क्यों न सनेह गंभीर, को घटि ए वृषभानुजा, वे हलधर के वीर ।”
(क) श्लेष
(ख) उत्प्रेक्षा
(ग) यमक
(घ) रूपक
उत्तर :
(क) श्लेष
(5) ‘मोर मुकुट की चन्द्रकनि, त्यों राजत नन्द नन्दा,
मनु ससि सेखर को अकस, किए सेखर सतचन्दा ।’
में कौन सा अलंकार है । सही विकल्प चुनिए ?
(क) उत्प्रेक्षा अलंकार
(ख) श्लेष अलंकार
(ग) अनुप्रास अलंकार
(घ) उपमा अलंकार
उत्तरः
(क) उत्प्रेक्षा अलंकार
7. निम्नलिखित पठित गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पी प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए-
पर यह सब तो मैंने केवल सुना। देखा, तब तो इन गुणों के भग्नावशेषों को ढोते पिता थे। एक बहुत बड़े आर्थिक झटके के कारण वे इंदौर से अजमेर आ गये थे जहाँ उन्होंने अपने अकेले के बलबूते और हौसले से अंग्रेजी – हिन्दी शब्दकोश (विषयवार ) के अधूरे काम को आगे बढ़ाना शुरू किया, जो अपनी तरह का पहला और अकेला शब्दकोश था । इसने उन्हें यश और प्रतिष्ठा तो बहुत दी, पर अर्थ नहीं और शायद गिरती आर्थिक स्थिति ने ही उनके व्यक्तित्व के सारे सकारात्मक पहलुओं को निचोड़ना शुरू कर दिया। सिकुड़ती आर्थिक स्थिति के कारण और अधिक विस्फारित उनका अहं उन्हें इस बात तक की अनुमति नहीं देता था कि वे कम-से-कम अपने बच्चों को तो अपनी आर्थिक विवशताओं का भागीदार बनाएँ । नवाबी आदतें, अधूरी महत्वाकांक्षाएँ, हमेशा शीर्ष पर रहने के बाद हाशिए पर सरकते चले जाने की यातना क्रोध बनकर हमेशा माँ को कँपाती – थरथराती रहती थी । अपनों के हाथों विश्वासघात की जाने जैसी गहरी चोटें होंगी वे जिन्होंने आँख मूँदकर सबका विश्वास करने वाले पिता को बाद के दिनों में इतना शक्की बना दिया था कि जब-तब हम लोग भी उसकी चपेट में आते ही रहते ।
(1) लेखिका के पिता कौन-से भग्नावशेषों को ढो रहे थे ?
(क) प्राचीन वैभव के
(ख) रूढ़िवादी विचारों के
(ग) महलों के खंडहर के
(घ) टूटे-फूटे भवनों के
उत्तर :
(क) प्राचीन वैभव के
(2) लेखिका के पिताजी इंदौर से अजमेर क्यों आ गये थे ?
(क) सामाजिक परिस्थितियों के कारण
(ख) आर्थिक चोट के कारण
(ग) तबादला होने के कारण
(घ) राजनीतिक संगठनों के कारण
उत्तरः
(ख) आर्थिक चोट के कारण
(3) लेखिका के पिता के क्रोध का क्या कारण था ?
(क) नवाबी आदतें
(ख) अधूरी महत्वाकांक्षायें
(ग) शीर्ष पर रहने के बाद हाशिये पर चले जाना
(घ) उपर्युक्त सभी
उत्तरः
(घ) उपर्युक्त सभी
(4) विस्फारित का क्या अर्थ है ?
(क) संकुचित
(ख) विकसित
(ग) फैला हुआ
(घ) फूला हुआ
उत्तर :
(ग) फैला हुआ
(5) लेखिका के पिता ने किस शब्दकोष की रचना की ?
(क) अंग्रेजी-उर्दू
(ख) संस्कृत-हिन्दी
(ग) अंग्रेजी – हिन्दी
(घ) जर्मन – हिन्दी
उत्तर :
(ग) अंग्रेजी – हिन्दी
8. गद्य पाठों के आधार पर निम्नलिखित दो बहुविकल्पी प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए-
(1) कुछ मार्मिक प्रसंगों के आधार पर यह दिखाई देता है कि बालगोबिन भगत प्रचलित सामाजिक मान्यताओं को नहीं मानते थे । उन प्रसंगों का सही विकल्प बताइए-
(क) पुत्र की मृत्यु के बाद उसकी चिता को पुत्रवधू द्वारा अग्नि दिलवाना।
(ख) पुत्रवधू को पुनर्विवाह का आदेश देना ।
(ग) पुत्र की मृत्यु पर शोक न मनाकर उसे आत्मा-परमात्मा का मिलन मानना ।
(घ) उपर्युक्त सभी प्रसंग सही हैं।
उत्तरः
(घ) उपर्युक्त सभी प्रसंग सही हैं।
(2) लेखक नवाब साहब के सामने बैठकर आँखें क्यों चुरा रहे थे ?
(क) अपने आत्मसम्मान की रक्षा के लिए ।
(ख) वे नवाब साहब से बात नहीं करना चाहते थे ।
(ग) उन्हें ऐसी आशा नहीं थी कि रेल के डिब्बे में उनके अतिरिक्त कोई और भी होगा ।
(घ) नवाबों का दिखावा व बनावटीपन उन्हें पसंद नहीं था ।
उत्तर :
(क) अपने आत्मसम्मान की रक्षा के लिए ।
9. निम्नलिखित पठित पद्यांश पर आधारित बहुविकल्पी प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए-
हरि हैं राजनीति पढ़ि आए ।
मुझी बात कहत मधुकर के, समाचार सब पाए ।
इक अति चतुर हुते पहिलैं ही, अब गुरु ग्रंथ पढ़ाए ।
बढ़ी बुद्धि जानी जो उनकी, जोग-सँदेस पठाए ।
ऊधौ भले लोग आगे के, पर हित डोलत धाए ।
अब अपनै मन फेर पाइहैं, चलत जो हुते चुराए ।
तेक्यौं अनीति करें आपुन, जे और अनीति छुड़ाए।
राज धरम तौ यहै ‘सूर’, जो प्रजा न जाहिं सताए ।
(1) गोपियों ने राजनीति का प्रकांड पंडित किसे कहा है?
(क) उद्धव को
(ख) ब्रज के लोगों को
(ग) श्रीकृष्ण को
(घ) मथुरा के लोगों को
उत्तर :
(ग) श्रीकृष्ण को
(2) गोपियों ने पहले के लोगों को भला बताया है, क्योंकि-
(क) वे परोपकारी होते थे ।
(ख) वे किसी को योग-संदेश नहीं देते थे ।
(ग) वे गोपियों के प्रति संवेदना रखते थे ।
(घ) वे किसी को कष्ट नहीं देते थे ।
उत्तर :
(क) वे परोपकारी होते थे ।
(3) गोपियों के अनुसार सच्चा राजधर्म क्या है?
(क) प्रजा के साथ अन्याय करना
(ख) प्रजा के हित का ध्यान न रखना
(ग) प्रजा को सताया न जाना
(घ) प्रजा की रक्षा न करना
उत्तरः
(ग) प्रजा को सताया न जाना
(4) ‘गुरु ग्रंथ’ किसने पढ़ लिया है?
(क) उद्धव ने
(ख) गोपियों ने
(ग) ब्रजवासियों ने
(घ) श्रीकृष्ण ने
उत्तर :
(घ) श्रीकृष्ण ने
(5) पद में निहित अनुप्रास अलंकार का उदाहरण पहचानिए-
(क) अब गुरु ग्रंथ पढ़ाए
ख) समाचार सब पाए
(ग) बढ़ी बुद्धि जानी जो
(घ) उपर्युक्त सभी
उत्तर :
(घ) उपर्युक्त सभी
10. पद्य पाठों के आधार पर निम्नलिखित दो बहुविकल्पी प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए-
(1) परशुराम के क्रोध करने पर राम और लक्ष्मण की जो प्रतिक्रियाएँ हुई उनके आधार पर दोनों के स्वभाव की विशेषताएँ बताइए-
(क) राम स्वभाव से नम्र और लक्ष्मण उग्र हैं।
(ख) राम स्वभाव से उग्र और लक्ष्मण नम्र हैं ।
(ग) राम और लक्ष्मण दोनों ही स्वभाव से उग्र हैं ।
(घ) राम और लक्ष्मण दोनों ही स्वभाव से नम्र हैं।
उत्तरः
(क) राम स्वभाव से नम्र और लक्ष्मण उग्र हैं।
(2) होली के आसपास प्रकृति में क्या-क्या परिवर्तन दिखाई देते हैं?
(क) नैसर्गिक सौंदर्य मन को आकर्षित करता है ।
(ख) खेतों में गेहूँ की बालियाँ इठलाने लगती हैं।
(ग) पेड़-पौधे पुष्पित और पल्लवित हो जाते हैं।
(घ) ये सभी परिवर्तन दिखाई देते हैं ।
उत्तरः
(घ) ये सभी परिवर्तन दिखाई देते हैं ।
खण्ड – ‘ख’
(वर्णनात्मक प्रश्न)
11. गद्य पाठों के आधार पर निम्नलिखित चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए-
(क) सेनानी न होते हुए भी चश्मे वाले को लोग कैप्टन क्यों कहते थे ?
उत्तर:
सेनानी न होते हुए भी लोग चश्मेवाले को कैप्टन इसलिए कहते थे क्योंकि कैप्टन चश्मेवाले में नेताजी के प्रति अगाध श्रद्धा भाव था । वह एक सच्चा देशभक्त था और अन्य देशभक्तों को सम्मान देता था।
(ख) खेतीबारी से जुड़े गृहस्थ बालगोबिन भगत अपनी किन चारित्रिक विशेषताओं के कारण साधु कहलाते थे ?
उत्तरः
बालगोबिन भगत, बेटा पतोहू से युक्त परिवार, खेतीबारी और साफ-सुथरा मकान रखने वाले गृहस्थ थे। फिर भी उनका आचरण साधुओं जैसा था, ये सदैव खरी बातें कहते। वे असत्य नहीं बोलते थे, वे व्यर्थ में किसी से झगड़ा नहीं करते थे, वे अत्यंत साधारण वेशभूषा में रहते थे और अपनी उपज को कबीर पंथी मठ पर चढ़ावे के रूप में देते थे । वहाँ से जो कुछ प्रसाद रूप में मिलता था, उसी में परिवार का निर्वाह करते थे। इस प्रकार के व्यवहार के कारण लोग उन्हें साधु कहते थे।
(ग) लेखक अपनी आदत के अनुसार नवाब साहब के विषय में क्या सोचने लगा ?
उत्तरः
लेखक अपनी आदत के अनुसार नवाब साहब की असुविधा और संकोच के कारण उनके बारे में सोचने लगा। उसने सोचा कि नवाब साहब ने एकदम अकेले यात्रा करने का अनुमान लगाते हुए सेकंड क्लास का टिकट लिया होगा। अकेले यात्रा का समय काटने के लिए खीरे खरीदे होंगे, परन्तु अब लेखक जैसे भद्र व्यक्ति के सामने खीरा खाने में उन्हें संकोच हो रहा होगा ।
(घ) उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ के लिए इस धरती पर सबसे बड़ी जन्नत कहाँ पर है? और क्यों ?
उत्तरः
उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ के लिए इस धरती पर शहनाई एवं काशी से बढ़कर कोई जन्नत नहीं है। उन्हें काशी से बहुत लगाव है । वे काशी, गंगा मैया, बाबा विश्वनाथ तथा बालाजी मंदिर को छोड़कर कहीं नहीं जाना चाहते। उनका मानना है कि जिस ज़मीन ने उन्हें तालीम दी, जहाँ से उन्हें अदब मिला, उससे बढ़कर उनके लिए अन्य कोई स्थान नहीं है ।
12. पद्य पाठों के आधार पर निम्नलिखित चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए-
(क) भाव स्पष्ट कीजिए-
रूपांतर है सूरज की किरणों का
सिमटा हुआ संकोच है हवा की थिरकन का!
उत्तरः
कवि कहना चाहता है कि फसलों का अपना कोई अस्तित्व नहीं है। सूर्य की किरणों के रूपान्तर के फलस्वरूप ही फसल अस्तित्व में आती है । आशय यह है कि फसलें सूर्य की ऊष्मा और हवा प्राप्त करके लहलहाती हैं। जिसमें किसान की मेहनत भी छुपी रहती है।
(ख) ‘राम-लक्ष्मण – परशुराम संवाद’ पाठ के रचयिता कौन हैं और यह किस ग्रंथ से लिया गया है? इस ग्रंथ का प्रतिपाद्य क्या है?
उत्तरः
‘राम-लक्ष्मण-परशुराम संवाद’ के रचयिता तुलसीदास जी हैं। यह ‘रामचरितमानस’ ग्रंथ से लिया गया है। इस ग्रंथ में श्रीराम के जीवन की सुंदर आदर्श झाँकी प्रस्तुत की गई है।
(ग) ‘अट नहीं रही है’ कविता के अनुसार प्रकृति की शोभा का वर्णन कीजिए ।
उत्तर:
‘अट नहीं रही है’ कविता में कवि ने वसंत में प्रकृति की शोभा का मनोहारी चित्रण किया है। इस ऋतु में सुन्दरता प्रकृति के कण-कण में समा जाती है। प्रकृति के कोने-कोने में अनूठी – सी सुगंध भर जाती है जिससे कवि की कल्पना ऊँची उड़ान लेने लगती है । चाहकर भी प्रकृति की सुंदरता से आँखें हटाने की इच्छा नहीं होती। नैसर्गिक सौन्दर्य के प्रति मन बँधा – सा हो जाता है। जगह- जगह रंग-बिरंगे और सुगंधित पुष्पों की शोभा प्रतीत होती है।
(घ) संगतकार में त्याग की उत्कृष्ट भावना भरी है, पुष्टि कीजिए ।
उत्तरः
संगतकार वह व्यक्ति है, जो कदम-कदम पर मुख्य गायक की सहायता करता है, किन्तु वह अपने स्वर को मुख्य गायक के स्वर से अधिक प्रभावपूर्ण नहीं होने देता है । वह गायन का सम्पूर्ण श्रेय मुख्य गायक को देता है। वह नींव की ईंट की भाँति होता है, जो अपना अस्तित्व दाँव पर लगाकर त्याग की उत्कृष्ट भावना का परिचय देता है ।
13. पूरक पाठ्यपुस्तक के पाठों पर आधारित निम्नलिखित तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 50-60 शब्दों में लिखिए-
(क) ‘माता का अँचल’ पाठ में माता-पिता का बच्चे के प्रति जो वात्सल्य व्यक्त हुआ है उसे अपने शब्दों में लिखिए ।
उत्तर:
माता-पिता अपने बच्चे भोलानाथ को अत्यधिक प्रेम करते हैं। पिता सवेरे उठकर बालक भोलानाथ को अपने आप उठाकर उसे नहलाकर तिलक करके पूजा पर बिठाते थे । भोलानाथ को गंगा किनारे अपने कंधे पर बिठाकर खिलाने ले जाते थे। कभी-कभी उसको रिझाने के लिए उसके साथ कुश्ती भी करते । खाना खिलाते समय माता तरह-तरह की कहानियाँ सुनाती ताकि भोलानाथ अधिक खाना खा ले। साँप दिखने पर जब भोलानाथ बेतहाशा भागकर माँ की गोद में आ छिपता है तो माँ का चिंतित होना उसके वात्सल्य प्रेम को दर्शाता है।
(ख) मैं क्यों लिखता हूँ? यह प्रश्न बड़ा सरल जान पड़ते हुए भी कठिन क्यों है?
उत्तर:
मैं क्यों लिखता हूँ? यह प्रश्न बड़ा सरल लगता है, लेकिन यह प्रश्न बड़ा कठिन है, क्योंकि इसका सच्चा उत्तर लेखक के आन्तरिक जीवन के स्तरों से सम्बन्ध रखता है। आन्तरिक जीवन के स्तरों को संक्षेप में कुछ वाक्यों को बाँधकर प्रस्तुत कर देना आसान नहीं है। केवल इतना संभव है कि कुछ विषयों को व्यक्त कर दिया जाये । अतः यह प्रश्न कठिन है।
(ग) जितेन नार्गे की गाइड की भूमिका के बारे में विचार करते हुए लिखिए कि एक कुशल गाइड में क्या गुण होते हैं?
उत्तर:
जितेन नार्गे में कुशल गाइड के सभी गुण विद्यमान हैं। सबसे बड़ा गुण उसका यह है कि वह ड्राइवर-कम-गाइड ज्यादा है। वह आवश्यकता पड़ने पर ड्राइवर की भूमिका बड़ी आसानी से निभा सकता है।
एक कुशल गाइड को अपने क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति की जानकारी के साथ-साथ महत्वपूर्ण व ऐतिहासिक स्थानों तथा उससे जुड़े रोचक प्रसंगों की बारीक जानकारियाँ होनी चाहिए। कुशल गाइड में सहनशीलता होनी चाहिए। उसे गीत – संगीत में भी रुचि होनी चाहिए। जिससे वह पर्यटकों का मनोरंजन कर सके। कुशल गाइड में मानवीय संवेदनाओं को समझने की शक्ति एवं वाक्चातुर्य होने का गुण भी होना चाहिए। उसमें अपनत्व की भावना होनी चाहिए। एक कुशल गाइड का मृदुभाषी होना भी अत्यन्त आवश्यक है।
14. निम्नलिखित तीन विषयों में से किसी एक विषय पर लगभग 120 शब्दों में सारगर्भित अनुच्छेद लिखिए-
(क) बस्ते का बढ़ता बोझ
संकेत बिन्दु-
पाठ्यक्रम में पुस्तकों की बढ़ती संख्या
गृह कार्य व कक्षा का कार्य
नियंत्रण आवश्यक
बाजार द्वारा लूट का रूप
उत्तरः
(क) बस्ते का बढ़ता बोझ
आज पाठ्यक्रम में कुछ तो निर्धारित पाठ्य-पुस्तकों की संख्या बढ़ रही है, तो कुछ सहायक पुस्तकों की। इससे बच्चों के बस्ते का बोझ बढ़ता ही जा रहा है। पुस्तकों को आकर्षक बनाने के लिए मोटे कागजों का प्रयोग किया जाता है। इनके ऊपर यदि मोटी बाइंडिंग करा दी जाए तो पुस्तकों का वजन और भी बढ़ जाता है। इससे बच्चे बस्ते के बोझ से दबे हुए नजर आते हैं। छात्रों के बस्तों के बढ़ते बोझ पर नियंत्रण लगाना आवश्यक है, क्योंकि इस बोझ का संबंध उनके स्वास्थ्य से है । बस्ते के बोझ से छात्र सीधे नहीं चल पाते हैं जिससे उनकी कमर टेढ़ी हो जाती है। यही नहीं, इससे उनके खेलने-कूदने का समय भी छिन जाता है। एक स्वस्थ बच्चा ही भविष्य में स्वस्थ नागरिक बनेगा। इसके लिए मानसिक विकास के साथ शारीरिक विकास भी आवश्यक है। अतः आवश्यक है कि छात्रों के बस्ते का बोझ कम किया जाए जिससे छात्रों को पढ़ाई बोझ नहीं लगेगी और उन्हें खेलने-कूदने का समय भी मिलेगा।
(ख) समाज और कुप्रथाएँ
संकेत बिन्दु-
प्रस्तावना
समाज विरोधी तत्व एवं कुप्रथाएँ
समाज की संस्थापना’
कुप्रथाएँ सामाजिक जीवन की बेडियाँ
उत्तरः
(ख) समाज और कुप्रथाएँ
आज व्यक्ति जो कुछ भी है, वह समाज के कारण है। बिना समाज के व्यक्ति की कल्पना भी नहीं की जा सकती। सभ्यता, संस्कृति, भाषा आदि सब समाज की देन है। समाज में फैली हुई कुरीतियाँ भी समाज के विकार के कारण हैं । कुरीतियों या कुप्रथाओं को हवा देने का कार्य धर्म के पुरोधाओं ने शुरू किया। वे धर्म के नाम पर अंधविश्वास फैलाने लगे और परस्पर भेदभाव की दीवार खड़ी करके मानव को समाज विरोधी बनाने में सफल हुए । विधवाओं को उपेक्षित जीवन जीना पड़ता था । वह शृंगार नहीं कर सकती थीं साधारण कपड़े पहनती थीं श्राद्ध कर्म, मृत्यु-भोज, सती प्रथा, घूँघट प्रथा, स्त्रियों को शिक्षित न होने देना, जादू-टोना, शकुन-अपशकुन विचार आदि अनेक ऐसी कुप्रथाएँ हैं जो समाज को निरंतर तोड़ रही हैं। यह सब हमारी भयत्रस्त मनोवृत्ति का परिणाम है। ऐसी कुप्रथाएँ जो जीवन को आगे बढ़ने से रोकती हैं, हमें त्याग देनी चाहिए। कुप्रथाओं के विरोध में जो संस्थाएँ काम कर रही हैं, इस दिशा में सबको एकजुट प्रयास करना चाहिए और कुप्रथाओं का डटकर विरोध करना चाहिए ।
(ग) मुसीबत में ही मित्र की परख होती है
संकेत बिन्दु-
जीवन में समरसता के लिए मित्र की आवश्यकता
जीवन संग्राम में मित्र महत्वपूर्ण
सच्चे मित्र की परख और चुनाव
सच्चा मित्र मिलना सौभाग्य की बात
उत्तर:
(ग) मुसीबत में ही मित्र की परख होती है
यह सभी जानते हैं, कि जीवन एक संग्राम है। इसमें समय – समय पर तरह-तरह की विपत्तियाँ आती हैं । उन विपत्तियों में हमें परम सहायक मित्र की आवश्यकता होती है । गोस्वामी तुलसीदास जी कहते हैं-
जेन मित्र, दुःख होंहि दुखारी ।
तिन्हहिं विलोकत पातक भारी ॥
मित्रों का चयन बाहरी चमक-दमक या धन-दौलत अथवा वाक्पटुता से नहीं करना चाहिए। मित्र स्वार्थ सिद्ध करने वाला न होकर हमारी भावनाओं को समझने वाला, सच्चरित्र, विनम्र और परोपकारी होना चाहिए । विश्वासपात्र मित्र को पा लेना बहुत बड़ी सफलता है। सच्चा मित्र हमारा हितैषी होता है, हमें सन्मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है, दोषों से हमारी रक्षा करता है और निराशा में उत्साह देता है । मित्र के सुख और सौभाग्य की चिंता करने वाला सच्चा मित्र बड़े भाग्य से मिलता है। किसी ने ठीक ही कहा है- ” सच्चा प्रेम दुर्लभ है, सच्ची मित्रता उससे भी दुर्लभ । ”
15. आप नरेला नई बस्ती के / की सचिव हैं। ‘कन्या भ्रूण हत्या नारी गरिमा पर प्रहार है।’ इस बात की ओर संकेत करते हुए स्थानीय अस्पताल के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी का ध्यान आकर्षित करते हुए इस पर कड़े कदम उठाने के लिए निवेदन करते हुए लगभग 100 शब्दों में पत्र लिखिये ।
अथवा
आप नितिन / नीति हैं। आपके मित्र विद्यालय की ओर से विदेश जाने के लिए चुना गया है। मित्र को बधाई देते हुए उन्हें शुभकामनाएँ दीजिए और उन्हें प्रतियोगिता की तैयारी जी-जान से करने के लिए प्रोत्साहित करते हुए 100 शब्दों में पत्र लिखिए ।
उत्तरः
प्रेक्षक
परीक्षा भवन
दिनांक 24-07-20xx
मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी,
सत्यवादी चिकित्सालय,
नरेला नई बस्ती,
दिल्ली ।
मान्यवर,
मैं नरेला निवासी आपका ध्यान पिछले कुछ समय में कन्या भ्रूण हत्याओं में हो रही वृद्धि की ओर दिलाना चाहता हूँ । भारत में यह समस्या एक विकराल रूप धारण कर चुकी है जो नारी गरिमा पर एक प्रहार है।
यह कैसी विडम्बना है, कि जो नारी नर की जननी है फिर भी पुरुष उसे जन्म ही नहीं लेने देता। एक तरफ धार्मिक रूप में हम नारी की दुर्गा रूप में पूजा करते हैं तो दूसरी तरफ इसे गर्भ में ही मार देते हैं। यह अत्यंत निंदनीय अपराध है।
एक जागरूक नागरिक होने के नाते मैं आपसे अनुरोध करता हूँ, कि इस अपराध को रोकने के लिए कड़े से कड़े कदम उठाए जाएँ। लोगों को जागरूक भी किया जाए। हम आपके सहयोग के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे।
भवदीय
सचिव
नरेला नई बस्ती दिल्ली ।
98xxxxxxxx
अथवा
परीक्षा भवन
दिल्ली ।
दिनांक 29-09-20xx
प्रिय मित्र अतुल,
सादर नमस्कार ।
कल ही तुम्हारा पत्र प्राप्त हुआ। पढ़कर अति प्रसन्नता हुई कि विद्यालय की ओर से तुम्हें विदेश जाने के लिए चुना गया है। इस बात को पढ़कर मुझे बड़ी खुशी हुई जिसका वर्णन शब्दों में नहीं हो सकता ।
मित्र मैं प्रारम्भ से कहता था कि, मेहनत कभी व्यर्थ नहीं जाती । तुमने जी-जान से पढ़ाई की तथा अन्य गतिविधियों में भी अपना पूर्ण समय दिया । तुम्हारी मेहनत रंग लाई और तुम्हें विदेश जाने के लिए चुन लिया गया।
अतुल इस खुशी को प्राप्त करके आगे मेहनत करना मत भूलना। आगे भी सभी प्रतियोगिताओं में तुम्हें सफलता प्राप्त करने हेतु अथक परिश्रम करने की आवश्यकता है। तुम्हारी मेहनत व विश्वास तुम्हें हर क्षेत्र में सफलता देंगे। शेष सब कुशल है माता-पिता को चरण स्पर्श कहना ।
तुम्हारा प्रिय मित्र
नितिन
16. सर्वोदय बाल विद्यालय गोल मार्केट दिल्ली में हिंदी विषय पीजीटी का पद रिक्त है। जिसके लिए आप पूर्णतः योग्य हैं। विज्ञापन के अनुसार अपनी योग्यता का विवरण प्रस्तुत करते हुए शिक्षा निदेशक को लगभग 80 शब्दों में स्ववृत प्रेषित करें ।
अथवा
आप नैतिक/निष्ठा हैं। आपके क्षेत्र अशोक नगर में सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है। सफाई कर्मचारी अक्सर अनुपस्थित रहते हैं। नगर निगम अधिकारी को इससे अवगत कराते हुए लगभग 80 शब्दों में ई-मेल कीजिए ।
उत्तरः
सेवा में,
शिक्षा निदेशक,
शिक्षा निदेशालय,
पुराना सचिवालय
दिल्ली-110053
विषयः पीजीटी हिंदी पद के लिए आवेदन पत्र ।
महोदय,
मुझे ज्ञात हुआ है, कि सर्वोदय बाल विद्यालय गोल मार्केट में हिंदी पीजीटी का पद रिक्त है। मैं इस पद के लिए उचित योग्यता रखता हूँ। अतः श्रीमान से निवेदन करना चाहता हूँ कि मुझे सर्वोदय बाल विद्यालय गोल मार्केट में बतौर हिंदी प्रवक्ता के पद पर नियुक्त करने की कृपा करें ।
मेरा स्ववृत्त आवेदन पत्र के साथ संलग्न है।
नाम : सुरेश ठाकुर
पिता का नाम : राम प्रकाश ठाकुर
माँ का नाम : श्रीमती सुनीता ठाकुर
जन्म तिथि : 30 जुलाई, 1992
वर्तमान पता : 302, गोल मार्केट, नई दिल्ली 110001
दूरभाष : 011-2254xx
मोबाइल : 0000546
ई-मेल : sureshthakur@gmail.com
शैक्षणिक योग्यताएँ:
कक्षा | वर्ष | बोर्ड | विषय | उत्तीर्ण/ प्रतिशत |
1. दसवीं | 2006 | CBSE | हिंदी, अंग्रेजी, साइंस, गणित, संस्कृत, संगीत | 72% |
2. बारहवीं | 2008 | CBSE | हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, गणित, संगीत | 86% |
3. स्नातक | 2011 | University of Delhi | हिंदी | 69% |
4. बी. एड. | 2012 | University of Delhi | हिंदी | 93% |
5. परास्नातक | 2014 | University of Delhi | हिंदी | 79% |
अन्य योग्यताएँ:
- कम्प्यूटर में 1 वर्ष का डिप्लोमा
- हिंदी, अंग्रेजी, जर्मनी, स्पेनिश भाषा की जानकारी ।
- योगा के क्षेत्र में 6 माह का प्रशिक्षण |
धन्यवाद
भवदीय
सुरेश ठाकुर
अथवा
To : nagarnigam@gmail.com
cc: helpdesk@gmail.com
Subject – मोहल्ले की सफाई के सम्बन्ध में पत्र ।
माननीय महोदय,
इस ई-मेल के माध्यम से मैं आपका ध्यान अपने क्षेत्र अशोक नगर की ओर आकर्षित कराना चाहती हूँ । इस क्षेत्र से कई ई-मेल आपके विभाग में भेजे जा चुके हैं, परन्तु शायद सम्बन्धित अधिकारियों ने उन पर ध्यान नहीं दिया। इस क्षेत्र में सफाई कर्मचारी अपने कर्त्तव्य का पालन नहीं कर रहे हैं। स्थान-स्थान पर कूड़े के ढेर लगे हैं । पन्द्रह दिन से सफाई कर्मचारी नहीं आए हैं। मोहल्ले का वातावरण दूषित हो गया है। चारों ओर मच्छर व मक्खियों का साम्राज्य पनप रहा है, दुर्गन्ध से उठना- – बैठना, खाना-पीना सब दुश्वार हो गया है। सड़कों पर नालियों का पानी आ रहा है, जिससे आने-जाने में भी अब असुविधा हो रही है । यदि अब सफाई न हुई तो महामारी फैलने की आशंका है। अतः आपसे प्रार्थना है कि यहाँ जल्द-से-जल्द सफाई कर्मचारी भेजने का प्रबन्ध करें, इसके लिए हम सदा आपके आभारी रहेंगे ।
भवदीय
निष्ठा शर्मा
अशोक नगर, नई दिल्ली
17. आपकी बड़ी बहन ने गर्मी की छुट्टियों में नृत्य सिखाने का संस्थान ‘कत्थक केन्द्र’ खोला है। उसके प्रचार-प्रसार हेतु एक विज्ञापन लगभग 60 शब्दों में तैयार कीजिए ।
अथवा
अपने मित्र को उसके जन्मदिन की बधाई देते हुए लगभग 60 शब्दों में संदेश लिखिए ।
उत्तरः
अथवा
बधाई संदेश
16-8-20xx
प्रात: 11:30 बजे
प्रिय तनिष्क,
जन्मदिन की ढेर सारी बधाई । ‘तुम जियो हजारों साल साल के दिन हों पचास हजार’ आजकल कोरोना के चक्कर में घर से बाहर जा नहीं सकता, इस लिए संदेश ही भेज रहा हूँ। वरना तुम्हारे घर आकर खूब धमाल मचाते, पार्टी करते। तुम भी घर पर ही रहकर कुछ अच्छे से परिवार के साथ समय व्यतीत करना, पार्टी करना । पार्टी के छायाचित्र मुझे भेजना मत भूलना।
सोमिल